भारतीय टीम ने आईसीसी विश्व कप (World Cup 2019) से पहले अपना आखिरी वनडे मैच खेल लिया है. इस मैच के साथ ही एक बात तय हो गई कि भारतीय टीम (Team India) विश्व कप से पहले नंबर-4 की गुत्थी नहीं सुलझा सकी है. भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (Australia vs India) चौथे नंबर पर तीन बल्लेबाजों को उतारा. इनमें से कोई भी बल्लेबाज इस नंबर पर 25 रन भी नहीं बना सका. विश्व कप इस साल 30 मई से इंग्लैंड में खेला जाना है.
भारत ने पहले तीन वनडे में अंबाती रायडू (Ambati Rayudu) को नंबर-4 पर उतारा. उन्हें इस सीरीज से पहले नंबर-4 का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था. लेकिन वे इस सीरीज में बुरी तरह नाकाम रहे. रायडू ने पहले तीन वनडे में क्रमश: 13, 18 और दो रन बनाए. इसके बाद चौथे वनडे में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. हालांकि, यह कहना ठीक नहीं होगा कि रायडू विश्व कप की टीम में जगह बनाने की रेस से बाहर हो गए हैं.
भारतीय टीम ने चौथे वनडे में रायडू को बाहर कर दिया. एमएस धोनी को भी रेस्ट दिया गया. इन दोनों की जगह केएल राहुल और ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को मौका दिया गया. हालांकि, इन दोनों को ही नंबर-4 पर नहीं उतारा गया. राहुल नंबर तीन पर उतरे और 26 रन बनाकर आउट हो गए. ऋषभ पंत को नंबर-5 पर मौका दिया गया. उन्होंने 24 गेंदों पर 36 रन की पारी खेली. नंबर-4 पर विराट कोहली उतरे, लेकिन वे महज सात रन बना सके.
दिल्ली में खेले गए पांचवें वनडे में ऋषभ पंत को नंबर-4 पर खेलने का मौका मिला. पंत ने अच्छी शुरुआत की. उन्होंने अपनी छोटी सी पारी में ही एक चौका और छक्का लगाया. ऐसा लगा कि वे नंबर-4 की इस रेस को जीतने के लिए इस मौके का फायदा उठाने जा रहे हैं. लेकिन ऐसा नहीं हो सका और पंत महज 16 रन बनाकर आउट हो गए.
ऋषभ पंत के आउट होने के साथ ही यह तय हो गया कि कम से कम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में भारत नंबर-4 का कोई नया खिलाड़ी तैयार नहीं कर सका. अब टीम इंडिया के पास यही विकल्प है कि वह अंबाती रायडू पर भरोसा जताकर उन्हें नंबर-4 पर बरकरार रखे. या फिर विजय शंकर, ऋषभ पंत जैसे किसी युवा को मौका दे.
विजय शंकर के खेल में नंबर-4 के लिए जरूरी परिपक्वता थोड़ी-बहुत दिखती है. वे इस नंबर पर ऋषभ पंत से बेहतर विकल्प हो सकते हैं. ऋषभ नंबर-4 पर भी वैसे ही खेलने की कोशिश करते हैं, जैसे वे छठे नंबर पर खेल रहे हों. वे टी20 क्रिकेट के लिए जरूरी जल्दबाजी में भी दिखते हैं, जबकि वनडे में और वह भी नंबर-4 पर धैर्यपूर्वक खेलने वाला खिलाड़ी चाहिए.
एमएस धोनी भी एक विकल्प हो सकते हैं. लेकिन यह तभी होगा, जब नंबर-5 पांच पर कोई भरोसेमंद क्रिकेटर मिले. बहरहाल, अभी यह दूर की कौड़ी है कि अब विश्व कप से पहले कोई नया खिलाड़ी मिलेगा. अब तो वही क्रिकेटर हैं, जिन्हें पिछले दो साल में आजमाया गया है और यह वक्त बताएगए कि नंबर-4 पर कौन खेलेगा.