नई दिल्ली। बालाकोट हमले को लेकर सबसे सॉलिड सबूत सामने आया है। अमेरिका में रहने वाले पाकिस्तान के एक एक्टिविस्ट ने ये वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में पाकिस्तानी आर्मी का एक अफसर ये कबूल कर रहा है कि भारत के हमले में 200 आतंकी मारे गए। ये आर्मी अफसर उन आतंकियों के परिवारों के बीच गया था जो एयर स्ट्राइक में मारे गए थे।
एक्टिविस्ट ने उर्दू मीडिया के हवाले से दावा किया है कि एयर स्ट्राइक के बाद आतंकियों के शवों को बालाकोट से खैबर पख्तूनख्वा के इलाकों में ले जाया गया। एक्टिविस्ट ने एक विडियो ट्विटर पर शेयर किया। विडियो कैप्शन में उन्होंने लिखा, ‘भारत के एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों ने 200 से अधिक आतंकियों को दफनाने की बात कबूल की है। आतंकी मुजाहिद को अल्लाह से मिले विशेष सौगात की बात करते हुए कहा कि ये लोग पाकिस्तान सरकार के लिए दुश्मन के खिलाफ काम कर रहे थे। उनके परिवारों को सहयोग देने की बात की।’
विडियो में कुछ पाक अधिकारियों को रोते हुए बच्चों को चुप कराते देखा जा सकता है। पीछे किसी की आवाज आ रही है जिसमें एक शख्स कह रहा है कि यह अल्लाह का करम है। हमारे 200 बंदों को यह मौका मिला। हालांकि, इस विडियो की हम अपने तरफ से पुष्टि नहीं कर सकते हैं।
बता दें कि 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के वक्त वहां 263 आतंकी इकट्ठा थे। हमले के वक्त जैश-ए-मोहम्मद के तकरीबन सभी आतंकी और कमांडरों के पास मोबाइल फोन थे। नैशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (NTRO) आतंकियों के मोबाइल के सिग्नल को बारीकी से ट्रैक कर रहा था।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक एयर फोर्स के हमले के बाद सभी मोबाइल सिग्नल गायब हो गए। वायुसेना ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित जैश के ठिकानों पर हमले के लिए पांच दिन तक निगरानी की थी। हमले के दौरान चार मिसाइलों से टेरर कैंप को टारगेट किया गया था।