नई दिल्ली। चुनाव आयोग रविवार शाम 5 बजे लोकसभा और विधानसभा चुनावों का ऐलान कर सकता है. दिल्ली के विज्ञान भवन में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 7-8 चरणों में हो सकते हैं. इसके साथ ही आंध्र प्रदेश, सिक्किम, ओडिशा और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों का भी ऐलान संभव है. हालांकि, जम्मू-कश्मीर को लेकर स्थिति साफ नहीं है.
टीवी टुडे नेटवर्क के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई को सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक, लोकसभा चुनाव 7-8 चरणों में होंगे. पहले चरण का चुनाव 10 अप्रैल को हो सकता है. पिछली बार की ही तरह इस बार भी 16 मई को वोटों की गिनती की जा सकती है. सबसे अधिक 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में 7-8 चरणों, बिहार और पश्चिम बंगाल में 5-6 चरणों में चुनाव हो सकते हैं.
पूर्वोत्तर के राज्यों समेत छोटे राज्यों में एक ही चरण में चुनाव हो सकते हैं. इसके अलावा नक्सल प्रभावित प्रदेशों जैसे- छत्तीसगढ़, झारखंड में 3-4 चरणों में चुनाव हो सकता है.
जम्मू-कश्मीर को लेकर संशय बरकरार
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान संभव है, लेकिन अंतिम चरण या फिर बाकी राज्यों के चुनाव खत्म होने के बाद ही जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराए जा सकते हैं. घाटी में सुरक्षाबल चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन अंतिम फैसला चुनाव आयोग को लेना है. संभावना यह भी है कि जम्मू क्षेत्र और कश्मीर क्षेत्र में अलग-अलग चरणों में चुनाव हो सकते हैं. पहले जम्मू में चुनाव हो, इसके एक-दो हफ्तों के बाद कश्मीर में चुनाव कराए जा सकते हैं.
चुनाव आयोग का फोकस लोकसभा चुनाव पर
सूत्रों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग तैयार है, लेकिन उसका मानना है कि पहले लोकसभा चुनाव पर फोकस किया जाए. पहले जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव को कराया जाए. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव जून या जुलाई महीने में कराए जा सकते हैं. तब तक LoC के किनारे बसे गांवों में हालात सामान्य हो जाएंगे.