भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड(पीसीबी) के पाकिस्तान के कराची में आकर पाकिस्तान सुपर लीग 2019 के फाइनल देखने के न्यौते को अस्विकार कर दिया है. 17 मार्च को कराची में खेले जाने वाले इस फाइनल के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई को न्यौता दिया था जिसे बीसीसीई ने नकार दिया.
आईसीसी के प्रेज़िडेंट शशांक मनोहर ने भी कुछ व्यक्तिगत कारणों से इस न्यौते को अस्विकार कर दिया है.
दरअसल पीसीबी ने बीसीसीआई समेत आईसीसी के सभी बोर्ड मेंबर्स को पीएसएल को फाइनल को देखने का न्यौता दिया था. जिसमें से अफगानिस्तान, इंग्लैंड, आयरलैंड, बांग्लादेश, ज़िम्बाब्वे, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के इस समारोह में शामिल होने की उम्मीद है.
जबकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड इसमें शामिल होने के लिए अपने अधिकारियों को नहीं भेजेगा. इसके पीछे की वजह भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा राजीनितक रिश्ते हैं.
पिछले महीने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में भारतीय सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे. जिसके बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तल्खी बढ़ी हुई है. भारत ने इस घटना के जवाब में पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया. जबकि इसके साथ ही पाकिस्तान के प्रमुख स्थलों पर एयर स्ट्राइक भी की.
पुलवामा की घटना के बाद कई भारतीय क्रिकेटर्स ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेटिंग रिश्ते खत्म करने की वकालत की थी. जबकि डीस्पोर्ट्स और आईएमजी रिलायंस नो तो भारत में पीएसएल के ब्रॉडकास्ट से भी इंकार कर दिया था. अब भी देश में ऐसा माहौल है कि पाकिस्तान के साथ विश्वकप में खेले जाने वाले मैच का भी बहिष्कार किया जाए.
इस पर अब भी प्रशासकों की समिति के चेयरमैन विनोद राय ने कहा है कि बीसीसीआई की ये कोशिश जारी है कि आईसीसी उन देशों पर बैन लगाए जो आतंकवाद को पनाह देते हैं.
हालांकि पिछले हफ्ते ही दुबई में आईसीसी की बोर्ड मीटिंग में उसने ये साफ कर दिया कि विश्वकप में भारत और पाकिस्तान की टक्कर नहीं रोकी जा सकती.