नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान से किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए हमारी उच्च स्तर की तैयारियां है. पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के एक दस्तावेज के हवाले से आईएएफ ने कहा कि पड़ोसी देश ने केवल ओमान, अफगानिस्तान और चीन के साथ अपने हवाई क्षेत्र को खोला है और भारत-पाकिस्तान हवाई क्षेत्र के पास स्थित 11 प्रवेश और निकास बिंदु अभी भी बंद है.
‘भारतीय वायुसेना की तैयारियां उच्च स्तर की है’
आईएएफ ने एक बयान में कहा, ‘मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य में किसी भी खतरे की आशंका से निपटने के लिए भारतीय वायुसेना की तैयारियां उच्च स्तर की है.’ इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान वायु सेना की आक्रामकता के किसी भी कृत्य का पता लगाने और उसे विफल करने के लिए आसमान में कड़ी निगरानी रखी जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि भारत की पश्चिमी सीमा के पास स्थित सभी आईएएफ अड्डों पर अधिकतम सतर्कता बरती जा रही है.
भारतीय विमानों ने आतंकी ठिकानों पर गिराये बम
पाकिस्तान में बालाकोट के निकट आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर भारतीय लड़ाकू विमानों ने 26 फरवरी को बम गिराये थे जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है.
पाकिस्तान ने 27 फरवरी को जवाबी कार्रवाई करने का प्रयास किया था. पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी. हालांकि आईएएफ ने उनकी साजिश को नाकाम कर दिया था.
कश्मीर में सीआरपीएफ के एक काफिले पर हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी और इसके 12 दिन बाद भारत ने जैश के शिविर पर हवाई हमला किया था. सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकवादी हमले में 40 जवान शहीद हुए थे.