मेजबान भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच शुक्रवार को तीसरा वनडे खेला जाना है. यह मैच रांची के जेएससीए स्टेडियम (JSCA Stadium) में खेला जाना है, जो महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) का घरेलू मैदान भी है. 37 साल के धोनी ने यहां अब तक तीन मैच खेले हैं. वे यहां चौथी बार उतरेंगे. यह भी माना जा रहा है कि यह उनका रांची में आखिरी इंटरनेशनल मैच हो सकता है. यही वजह है कि झारखंड राज्य क्रिकेट एसोसिएशन ने भी धोनी की विदाई की तैयारी कर रखी है.
झारखंड राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (JSCA) ने अपने स्टार क्रिकेटर के नाम पर पवेलियन का नामकरण भी कर दिया है. हालांकि, धोनी ने अपने नाम पर बने इस ‘एमएस धोनी पवेलियन’ का उद्घाटन करने से यह कहकर मना कर दिया कि क्या कोई व्यक्ति अपने ही घर में उद्घाटन करता है. धोनी ने अपनी विनम्रता से तो सबको मुरीद बना ही लिया है. अब एमएस धोनी (MS Dhoni) के रांची के प्रशंसक उम्मीद कर रहे होंगे कि उनका स्टार क्रिकेटर शुक्रवार को चौकों-छक्कों की बारिश भी करेगा.
एमएस धोनी 15 साल के अपने इंटरनेशनल करियर में 340 वनडे मैच खेल चुके हैं. लेकिन उन्होंने इनमे से सिर्फ तीन मैच ही रांची के जेएससीए स्टेडियम में खेले हैं. यह भी संयोग है कि दुनियाभर में अपनी विस्फोटक पारी खेलने वाले धोनी रांची में कभी भी अपनी चमक नहीं बिखेर सके हैं. उन्होंने यहां जो तीन मैच खेले हैं, उनमें से एक में भारत जीता है और एक में उसे हार मिली है. जबकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2103 में खेला गया मैच रद्द हो गया था.
रन | विरुद्ध | नतीजा | वर्ष |
10* | इंग्लैंड | भारत जीता | 2013 |
— | ऑस्ट्रेलिया | रद्द | 2013 |
11 | न्यूजीलैंड | भारत हारा | 2016 |
2004 में इंटरनेशनल करियर की शुरुआत करने वाले एमएस धोनी टेस्ट क्रिकेट को चार साल पहले ही अलविदा कह चुके हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि वे इस विश्व कप के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे. अगर ऐसा होता है तो शुक्रवार (8 मार्च) का मैच रांची में उनके आखिरी मैच के रूप में दर्ज हो जाएगा. धोनी ने इस मैदान पर अब तक सिर्फ 21 रन बनाए हैं. ऐसे में वे शुक्रवार को बड़ी पारी खेलकर इस मैच को यादगार बनाना चाहेंगे.
धोनी के घरेलू मैदान पर उनके कप्तान विराट कोहली का बल्ला सबसे अधिक चला है. उन्होंने यहां चार मैचों की तीन पारियों में 261 रन बनाए हैं. वे इस मैदान पर सबसे अधिक रन बनाने वाले क्रिकेटर हैं. उनके अलावा सिर्फ एंजेलो मैथ्यूज ही इस मैदान पर 100 से अधिक रन बना सके हैं. यही दो क्रिकेटर ऐसे हैं, जिन्होंने यहां शतक लगाया है.