लखनऊ। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस को महागठबंधन का हिस्सा बताते रहे हैं. हालांकि पहले कभी उन्होंने यह खुलासा नहीं किया कि कांग्रेस को महागठबंधन में कितनी सीटें दी गई हैं लेकिन मंगलवार को उन्होंने इस राज से पर्दा उठा दिया. अखिलेश ने लखनऊ में कहा कि कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा है, उसके लिए अमेठी और रायबरेली की सीटें छोड़ी गई हैं.
आरएलडी के नेता जयंत चौधरी के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनावों में सपा-बसपा-आरएलडी मिलकर बीजेपी का मुकाबला करेंगे. उत्तर प्रदेश में आरएलडी तीन सीटों – मथुरा, बागपत और मुजफ्फरनगर सीट पर चुनाव लड़ेगी. अखिलेश ने कहा, “कांग्रेस हमारे साथ है. हमारे महागठबंधन का हिस्सा है. मीडिया बार-बार यह सवाल क्यों पूछती है कि वह कांग्रेस हमारे साथ है या नहीं. मैं पहले भी कह चुका हूं कि कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा है, उन्हें दो सीटें दी गई हैं.”
उधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह की अगुवाई वाले राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) की सपा-बसपा गठबंधन से तालमेल की मंगलवार को औपचारिक घोषणा कर दी गई है. आरएलडी लोकसभा के आगामी चुनाव में उत्तर प्रदेश की तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रालोद महासचिव जयंत चौधरी ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में यह ऐलान किया. दोनों नेताओं ने बताया कि रालोद प्रदेश की मथुरा, बागपत और मुजफ्फरनगर लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
इस मसले पर जयंत चौधरी ने कहा, “राष्ट्रीय लोक दल उत्तर प्रदेश में बीएसपी-एसपी गठबंधन में शामिल होगी. हमारे कार्यकर्ता कठिन मेहनत से राज्य की सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करेंगे.”
क्या कांग्रेस को मंजूर होंगी दो सीटें
सपा प्रमुख अखिलेश ने बताया कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में महागठबंधन में सिर्फ दो सीटें दी गई हैं. अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस को यह फॉर्मूला स्वीकार होगा. जाहिर तौर पर कांग्रेस इसे स्वीकार नहीं करेगी. कांग्रेस उत्तर प्रदेश में कई छोटी पार्टियों को अपने साथ जोड़ने के लिए प्रयासरत है. अब देखना है कि कांग्रेस इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है. गौरतलब है कि एसपी-बीएसपी गठबंधन के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में बीएसपी 38, आरएलडी 3 और सपा 37 सीटों पर लड़ेगी. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 71 सीटों पर कब्जा जमाया था.