नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव की खबरों को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि दोनों देशों के बीच अमन और शांति तभी कायम हो सकता है जब मिलकर एक मंच पर बात करें. बीबीसी के साथ बातचीत में उन्होंने साफ किया कि दोनों देशों के बीच युद्ध से कोई हल नहीं निकलने वाला है.
बीबीसी के साथ बातचीत के दौरान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि इस समय भारत और पाकिस्तान दोनों देश परमाणु हथियारों से लैश हैं ऐसे में युद्ध की कल्पना करना भी ठीक नहीं है. अगर फिर भी युद्ध होता है तो यह कदम दोनों देशों के लिए आत्मघाती साबित होगा.
इमरान के बचाव में उतरे कुरैशी
बातचीत के दौरान कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है. पाकिस्तान विकास के रास्ते पर चलना चाहता है. पकिस्तान के युवा देश के लिए कुछ करना चाहते हैं. पाकिस्तान के युवा नए एप्रोच के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं. पाकिस्तान अब युद्ध नहीं चाहता है. हम भारत के साथ सभी मुद्दों का स्थाई समाधान चाहते हैं. लेकिन, क्या मिसाइल छोड़ने से मुद्दों का समाधान हो जाएगा? नहीं. मिसाइल छोड़ देने से मुद्दों का समाधान कभी नहीं होगा.
घटना में जैश के हाथ पर कुरैशी को संदेह
पुलवामा में भारतीय जवानों पर हुए आत्मघाती हमलों को लेकर कुरैशी ने कहा कि इस बात को लेकर मैं कंफर्म नहीं हूं कि घटना में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है. खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि जैश के बड़े कमांडरों ने इस घटना में हाथ होने से इंकार किया है. जैश ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है.54
बता दें कि इस हमले में आत्मघाती आतंकी ने सीआरपीएएफ के काफिले की एक गाड़ी को उड़ा दिया था. इस घटना में 40 जवान शहीद हो गए थे. हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. आतंकवादियों के इस कायराना हरकत के बाद देश भर में गुस्से का माहौल था.
बालाकोट एयर स्ट्राइक पर पूछे सवाल
बालाकोट एयर स्ट्राइक को लेकर पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि भारत मदरसा को आतंकियों का ट्रेनिंग कैंप बताता है. वहीं हवाई हमले को लेकर कहा कि भारतीय मीडिया दावा कर रहा है कि एयर स्ट्राइक में 300 से ज्यादा आतंकी मारे गए कहां है. मैं पूछता हूं कि इन आतंकियों के शव कहां हैं.
कुरैशी ने थपथपाई इमरान की पीठ
प्रधानमंत्री इमरान खान का पीठ थपथपाते हुए कुरैशी ने कहा कि अभी पाकिस्तान में नई मानसिकता की सरकार बनी है. हमारी सरकार नए एप्रोच के साथ काम कर रही है. कुरैशी ने कहा कि आतंकवादी संगठनों को लेकर हमारी सरकार की नीति बिल्कुल साफ है. हमारी सरकार किसी भी कीमत पर अपने जमीन का इस्तेमाल आतंकवादी संगठनों के लिए नहीं होने देना चाहती है.
पाकिस्तान में है मसूद अजहर
बता दें कि इससे पहले कुरैशी खुद स्वीकार कर चुके हैं कि आतंकी मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है और वह बहुत बीमार है. बीमार होने के कारण वह हॉस्पिटल में है और वह वहां से निकल नहीं सकता है.