नई दिल्ली। पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर भारत की कार्रवाई के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने वायुसेना की जमकर तारीफ की तो बीजेपी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीतिक इच्छाशक्ति से यह अंतर दिखा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायुसेना के पायलटों को सलाम किया.
बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा, ‘‘हमारे जवानों की शहादत का दर्द महसूस करने और आक्रोशित होने वाले हर भारतीय को आज की सुबह राहत और प्रसन्नता मिली. इस अभियान के लिए हम वायुसेना को सलाम करते हैं. हमारे सुरक्षा बल विश्वस्तरीय हैं. यह हमारे प्रधानमंत्री और टीम की राजनीतिक इच्छाशक्ति है जिसने फर्क डाला है.’’
कार्रवाई वाला बालाकोट पीओके में है या खैबर पख्तूनख्वाह में है, इसको लेकर चल रही अटकलों पर माधव ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वाह वाले बालाकोट में आतंकी शिविरों को नष्ट किया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं वायुसेना के पायलटों को सलाम करता हूं.’’ पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘वायु सेना के जाबांज रणबांकुरों को नमन. नभः स्पृशं दीप्तम्.’’
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी पाकिस्तान के भीतरी हिस्से में भारतीय वायु सेना के हवाई हमले की मंगलवार को सराहना की और कहा कि पूरा राष्ट्र सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा, ‘‘देश की सुरक्षा के लिए यह एक आवश्यक कदम था…यह महा पराक्रम की एक कार्रवाई है.’’ जाडवड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के मद्देनजर बलों को आवश्यक कदम उठाने के लिए पहले ही छूट दे दी थी.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वायुसेना की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘वायुसेना का मतलब बेहतरीन योद्धा. जयहिंद.’’ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘‘वायुसेना के हवाई हमले पाकिस्तान और आतंकवादियों को बहुत जरूरी संदेश दिया है- यह मत सोचिए कि आप पुलवामा हमले जैसी हरकत करेंगे और बच जाएंगे. वायुसेना के जवानों को शाबासी देता हूं और इस कार्रवाई के प्रति पूरा समर्थन जताता हूं.’’
दरअसल, भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार को तड़के नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर पाकिस्तानी हिस्से में कई आतंकी शिविरों पर बमबारी की. सरकार से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद द्वारा किए गए आत्मघाती हमले के ठीक 12 दिन बाद की गई है. पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.