नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए आतंकी हमले से नाराज भारत की तरफ से मंगलवार तड़के PoK में जैश के प्रमुख ठिकाने पर कार्रवाई कर दी गई. भारतीय वायुसेना की तरफ से की गई इस ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चल रहे जैश के आतंकी कैंपों को निशाना बनाते हुए बमबारी की गई की गई. भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई पर भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी साझा की.
उन्होंने बताया कि 14 जनवरी को पुलवामा में पाक समर्थित जैश के आतंकियों ने हमला किया. इसे बहावलपुर में बैठे जैश सरगना मसूद अजहर और उसके सरपरस्तों की तरफ से अंजाम दिलवाया गया. पाक में सैंकड़ों जिहादी कैंप चल रहे हैं. पाकिस्तान उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. इंटेलिजेंस इनपुट था कि जैश के आतंकी अन्य इलाकों में भी फिदायीन हमला कर सकते हैं. बालाकोट में सीनियर कमांडर समेत कई आतंकी मारे गए. जैश ए मोहम्मद के कैंपों पर निशाना बनाया गया. इसमें किसी भी आम नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा और इस बात का ख्याल रखा गया था.
इस हमले में मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार मौलाना युसूफ अजहर, जोकि जैश-ए-मोहम्मद का टॉप लीडर भी था, वह भी मारा गया है.सूत्रों की मानें तो भारतीय वायुसना के 12 मिराज-2000 लड़ाक विमानों ने जैश के आंतकी ठिकानों पर 1000 किलो से ज्यादा विस्फोटक गिराए. इन विस्फोटकों ने जैश के ठिकानों को तबाह कर दिया.
सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने आज सुबह 03.30 बजे ये बमबारी की. पुलवामा हमले के बाद हुई इस कार्रवाई को पाकिस्तान ने भी स्वीकार कर लिया है. पाकिस्तानी सेना ने स्वीकारा है कि भारतीय वायुसेना ने पीओके में दाखिल होकर कार्रवाई की है. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफ्फूर ने दावा किया कि भारतीय वायुसेना के विमानों ने लाइन ऑफ कंट्रोल का उल्लंघन किया है. पाक सेना के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ‘भारतीय वायुसेना ने एलओसी का उल्लंघन किया. हमने तुरंत जवाब दिया, जिसके बाद भारतीय वायुसेना के विमान वापस अपनी सीमा में लौट गए.’
इसके बाद एक अन्य ट्वीट में गफ्फूर लिखा कि ‘भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर से घुसने की कोशिश की, समय रहते ही पाकिस्तान एयरफोर्स ने जवाबी कार्रवाई की. जिसके बाद वह बालकोट की तरफ वापस लौट गया. किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.’