नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय उपमहाद्वीप में बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी को फोन कर उन्हें क्षेत्र की बदलती स्थिति से अवगत कराया है. कुरैशी ने चीन को भरोसा दिलाया है कि इस्लामाबाद भारत के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत और मध्यस्तता के जरिए सुलझाना चाहता है. चीन के विदेश मंत्री ने भी सहमति जताई कि क्षेत्रीय स्थिति गंभीर है और इसका प्रभाव पूरे क्षेत्र की शांति और सुरक्षा पर पड़ सकता है.
पाकिस्तानी अखबार दि एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने चीन के समर्थन के लिए आभार जताया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए पाकिस्तान की इच्छा को उजागर किया. कुरैशी ने दोहराया कि पाकिस्तान भारत के साथ सभी मुद्दों पर वार्ता और बातचीत के जरिए सुलझाने का इच्छुक है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के जवाब में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भी सहमति जताई कि क्षेत्र में तनाव की स्थिति गंभीर है और अगर शीघ्रता से इसका समाधान नहीं किया गया तो पूरे क्षेत्र की शांति और सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं. उधर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पुलवामा हमले के बाद बढ़े तनाव के मद्देनजर अपनी जापान यात्रा टाल दी है.
बता दें कि कुछ दिनों पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बेहद खतरनाक है. भारत कुछ बड़ा करने जा रहा है. आपको बता दें कि पाकिस्तान पर सिर्फ पुलवामा हमले में शामिल होने का इल्जाम नहीं लगा है. पड़ोसी राष्ट्र ईरान ने भी अपने 27 रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की मौत के लिए पाकिस्तान पर आरोप लगाया है और इसका बदला लेने की चुनौती भी दी है.
लिहाजा पाकिस्तान पर भारत और ईरान दोनों तरफ से दबाव है. गौरतलब है कि 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. जिसके बाद भारत ने कूटनीतिक मोर्चे पर पाकिस्तान की घेरेबंदी शुरू कर दी. इसके अलावा भारत ने इस्लामाबाद को दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी वापस लेते हुए पाकिस्तान से आयातित सामग्रियों पर 200 फीसदी कस्टम ड्यूटी भी लगा दी.
भारत की तरफ से किसी बड़ी कार्रवाई को भांपते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक वीडियो संदेश जारी कर नई दिल्ली से कार्रवाई योग्य सबूत देने की पेशकश करते हुए कार्रवाई का भरोसा दिलाया. लेकिन इमरान ने चेतावनी भी दी कि अगर भारत हमला करता है तो पाकिस्तान के पास इसका जवाब देने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं रहेगा.