नई दिल्ली। देश लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है, माना जा रहा है कि मार्च के पहले या दूसरे हफ्ते में आम चुनाव का एलान हो सकता है. देश की जनता लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व के लिए बेहद उत्साहित है. इसी के साथ ही राजनीतिक पार्टियों ने भी कमर कस ली है. इस बड़े सियासी समर से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने खुलकर अपनी बात रखी.
अमित शाह ने कहा कि मायावती जी इस मुगालते से निकल जाएं कि दलित उनके साथ हैं, वो साथ बूथ की कीमत नहीं देखती सिर्फ सीट की कीमत देखती हैं. काउंटिग में बहुत कम दिन बचे हैं, बीजेपी की सीटें यूपी में 73 से 74 सीटें होंगी 72 नहीं.
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि झूठ का जवाब कर्म ही हो सकता है. चाहे मायावती हों या राहुल गांधी, सब हमें गरीब विरोधी कहते रहे. हमने 50 करोड़ गरीबों के आत्मविश्वास को बढ़ाया और उन्हें देश के विकास के साथ जोड़ा है. कांग्रेस की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका गांधी के बारे में बालेते हुए अमित शाह ने , ”प्रियंका का महिला मंडन हो रहा है. उन्होंने यूपी में चार बार प्रचार किया.”
राम मंदिर पर शाह ने कहा, ” मंदिर का मुद्दा हम नहीं टाल रहे बल्कि कांग्रेस टाल रही है. कभी सुना है कि चीफ जस्टिस के खिलाफ बिना कारण के महाभियोग लाया गया हो. राहुल गांधी और उनके गठबंधन के सारे साथी बता दें कि राम मंदिर के फैसले के पक्ष में है या नहीं. हमने तो साफ कर दिया है कि राम मंदिर बने और भव्य बने. सुप्रीम कोर्ट में जब कोई मामला लंबित है तो उस पर कोई अध्यादेश नहीं लाया जा सकता है. 370 हो, राम मंदिर हो, कॉम सिविल कोड हो ये सब हमारे प्राण से प्रिय मु्द्दे हैं, ये सब होगा, सरकार को थोड़ा समय दीजिए.
अमित शाह ने कहा कि देश की जनता को 2019 के चुनाव में तय करना होगा कि चुनाव के मुद्दे क्या होने चाहिए. मेरे हिसाब से चुनाव के मुद्दे देश का विकास, 50 करोड़ गरीब के जीवन स्तर में सुधार, किसानों का कल्याण, देश की सुरक्षा होने चाहिए. मैं विपक्षी पार्टियों से पूछना चाहता हूं कि आपका नेता कौन है. इसका जवाब गठबंधन के नेताओं को देना और देश की जनता को अपना जवाब मत पेटी के अंदर देना है. पांच साल में हमारे ऊपर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा, हमने देश की सोच की बदली है. हम कह सकते हैं कि 2022 से पहले देश के हर घर में गैस और शौचालय होगा. जो कहते हैं कि कुछ नहीं हुआ ये मेरा उनको जवाब है.