नई दिल्ली/इस्लामाबाद। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा अपने यहां आतंकी संगठनों पर नकेल कसने की बजाय उलटी नीति अपनाई जा रही है. पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी सेना को निर्देश दिए हैं कि वह भारत की तरफ से की जाने वाली किसी भी कार्रवाई का “निर्णायक और व्यापक रूप से” जवाब दें.
Geo News की खबर के मुताबिक, प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान निर्देश जारी किए, जिसमें भू-रणनीतिक, राष्ट्रीय सुरक्षा, पर्यावरण और पुलवामा घटना के बाद उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की गई.
राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने कहा कि उक्त घटना में पाकिस्तान किसी भी तरह से शामिल नहीं था. बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया है, “घटना की कल्पना और योजना किसी भी रूप में पाकिस्तान में तैयार नहीं की गई थी.”
बयान में कहा गया कि पाकिस्तान ने ईमानदारी से घटना की जांच के साथ-साथ अन्य विवादित मुद्दों के बीच आतंकवाद के मुद्दे पर बातचीत की पेशकश की है.
बयान में आगे कहा गया कि ‘हम उम्मीद करते हैं कि भारत इस ऑफर का सकारात्मक रूप से जवाब देगा. जांच या उसके लिए दिए गए किसी भी ठोस सबूत में अगर आतंकवाद के लिए पाकिस्तान की मिट्टी का उपयोग करते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि यह एक नया पाकिस्तान है और हम अपने लोगों को यह दिखाने के लिए दृढ़ हैं कि हम उनकी रक्षा करने में सक्षम हैं.
हालांकि खान ने कहा, “यह अकेले प्रतिबद्धता के साथ नहीं आएगा. हम मानते हैं कि आतंकवाद और अतिवाद क्षेत्र में शीर्ष मुद्दे हैं और इससे पाकिस्तान सहित पूरे क्षेत्र को नुकसान उठाना पड़ा है.”
इसी दौरान बयान में कहा गया कि इमरान खान ने पाकिस्तान के सशस्त्र बलों को “भारत की किसी भी आक्रामकता के खिलाफ निर्णायक और व्यापक रूप से जवाब देने के लिए” अधिकृत किया है.