मुंबई। लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) से पहले बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए/National Democratic Alliance) के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है. दोनों दल लोकसभा औऱ विधानसभा चुनाव में गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगी. दरअसल, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. यह मुलाकात ऐसे वक्त हुई है जब संकेत मिले हैं कि दोनों दल आगामी चुनाव के लिए भी गठबंधन बरकरार रखेंगे.
बीजेपी और शिवसेना का विचार एक- फडणवीस
जयपुर से मुंबई आने के बाद अमित शाह ने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और उपनगर बांद्रा में शिवसेना प्रमुख के आवास मातोश्री गए. बातचीत के बाद बीजेपी अध्यक्ष, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. सीएम देंवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारे बीच मतभेद हैं लेकिन हमारा विचार एक है. फडणवीस ने कहा कि शिवसेना और बीजेपी 25 वर्षों से एक साथ हैं, यह मतभेद भुलाकर साथ आने का वक्त है. हमने साढ़े चार साल तक साथ मिलकर सरकार चलाई है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर दोनों ही पार्टियों के विचार एक हैं.
बीजेपी के सबसे पुराने साथी- अमित शाह
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि बीजेपी के सबसे पुराने साथी शिवसेना और अकाली दल हैं. पूर्व के सारे मनमुटाव समाप्त हो चुके हैं. गठबंधन केवल चुनाव के लिए नहीं है. दोनों पार्टियों ने दशकों तक साथ में संघर्ष किया है. उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र की 48 में से 45 सीटों पर बीजेपी जीत का परचम लहराएगी. गौरतलब है कि केंद्र और राज्य सरकार में भागीदार होने के बावजूद बीजेपी और शिवसेना के बीच तल्खी भरे संबंध रहे हैं. एक साल पहले ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने आगामी चुनावों में अकेले जाने का प्रस्ताव पारित किया था.
सीट शेयरिंग पर फंसा पेंच सुलझा
दरसअल, बीते कुछ समय से एनडीए से दूरी बना लेने वाला घटक दल शिवसेना एक बार फिर से इसमें शामिल हो गया है. इसके साथ ही शिवसेना औऱ बीजेपी के बीच लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर फंसा पेंच अब सुलझ गया है. बीजेपी अध्यक्ष और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने दोनों आगामी चुनावों में दोनों दलों के बीच गठबंधन जारी रखने को लेकर संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया.
लोकसभा चुनाव के लिए यह है सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
इसके साथ ही शिवसेना की एनडीए में वापसी हो गई है. सूत्रों का कहना है कि सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा पहले ही हो चुकी है. अब इसकी औपचारिक रूप से घोषणा होना बाकी है. सूत्रों की मानें तो, महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों को लेकर बीजेपी ने फॉर्मूला तैयार कर लिया है. इनमें से 25 सीटों पर बीजेपी और 23 पर शिवसेना चुनावी मैदान में उतरेगी. वहीं, विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी महाराष्ट्र में एनडीए के छोटे घटक दलों से बातचीत करेगी. उन्हें सीटें देने के बाद दोनों पार्टियां आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ने के फॉर्मूले पर चलेंगी.
विधानसभा चुनाव में यह रहेगा फॉर्मूला
बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने अपने सहयोगी दल के साथ 48 में 42 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी को 23 सीट मिली थी जबकि शिवसेना 18 क्षेत्रों में विजयी रही थी. दोनों दलों ने अक्टूबर 2014 में महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव अलग-अलग लड़ा और चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए साथ आ गए. वहीं, शिवसेना बीजेपी के साथ सत्ता में होते हुए भी लगातार पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधती रही है.