पुलवामा/श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला आज सुरक्षाबलों ने ले लिया है. जिस आतंकी कामरान उर्फ गाजी राशिद ने पुलवामा हमले की साजिश रची थी जिसमें हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे, सुरक्षाबलों ने उसे मौत के घाट उतार दिया है. पिछले पांच दिनों से गाजी भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सुरक्षाबलों ने उसके मंसूबों को धो दिया. सोमवार को पुलवामा में करीब 11 घंटे तक चले एनकाउंटर में सेना ने दो आतंकियों को मारा, जिसमें गाजी भी शामिल था. हालांकि, इस हमले में सेना के 4 जवान भी शहीद हुए हैं.
सोमवार को ही सुरक्षाबलों ने यहां एक बिल्डिंग को ही उड़ा दिया, जहां आतंकी छिपे बैठे थे. आतंकी कामरान उर्फ गाजी राशिद भी इस एनकाउंटर में ढेर हो चुका है, जिसने पुलवामा में हुए आतंकी हमले की साजिश रची थी.
जम्मू-कश्मीर के पूर्वी डीजीपी एसपी वैद्य ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि वह सुरक्षाबलों को बधाई देना चाहते हैं कि उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले के मास्टरमांइड को ढेर कर दिया है.
Congratulations to Security forces for neutralising mastermind of Pulwama attack by tracking them down. Well done boys . Heartfelt condolences to families of 4 Army martyrs.@Pulwamaattack.
— Shesh Paul Vaid (@spvaid) February 18, 2019
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही देश गुस्से में है. सरकार की ओर से खुली छूट मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ एक्शन शुरू किया है. सोमवार सुबह पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन छेड़ दिया, इस एनकाउंटर में 2-3 आतंकियों को घेरा गया. एनकाउंटर के मद्देनजर पूरे क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
सेना प्रमुख बिपिन रावत सोमवार को ही रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात करेंगे. बिपिन रावत आज हुए एनकाउंटर समेत जम्मू-कश्मीर के हालात के बारे में रक्षा मंत्री को जानकारी देंगे.
इस एनकाउंटर में जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर कामरान भी घिरा था, कामरान कई हमलों का मास्टरमांइड रह चुका है, जिसमें हाल ही में हुआ पुलवामा आतंकी हमला भी शामिल है. इस बीच दिल्ली के गृह मंत्रालय में बड़ी बैठक चल रही है.
पिछले तीन घंटे से फायरिंग रुकी हुई थी, लेकिन फिर शुरू हुई और आतंकियों को ढेर कर दिया गया. मुठभेड़ रुक गई है लेकिन सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है. ये ऑपरेशन देर रात 12 बजे से चल रहा था, पूरी रात दोनों तरफ से गोलीबारी हुई. इलाके को घेर कर गांव वालों को बाहर निकाला जा रहा है.
देर रात को इस ऑपरेशन को 55RR, CRPF और SOG के जवानों ने मिलकर चलाया. पुख्ता जानकारी मिलने के बाद ही सुरक्षाबलों ने इस ऑपरेशन को शुरू किया. जो जवान इस मुठभेड़ में शहीद हुए हैं उनमें मेजर डीएस डोंडियाल, हेड कॉन्स्टेबल सेवा राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरी सिंह शामिल हैं. एक जवान घायल है जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. (पिंगलिना में हुए एनकाउंटर की तस्वीर, फोटो क्रेडिट: मोहम्मद इकबाल)
बताया जा रहा है कि जो आतंकी घिरे थे वह भी जैश-ए-मोहम्मद के ही थे. इस एनकाउंटर में एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई है. इलाके को चारों ओर से घेर लिया गया है. ये एनकाउंटर सोमवार तड़के शुरू हुआ. एनकाउंटर में घायल हुए जवानों को एनकाउंटर वाले इलाके से निकाल कर श्रीनगर आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया था, लेकिन वहां पर उनकी मौत हो गई. एहतियात के तौर पर पुलवामा जिले में इंटरनेट बंद कर दिया है.
40 जवान हुए थे शहीद
आपको बता दें कि 14 फरवरी की दोपहर पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने एक आत्मघाती हमले में CRPF के काफिले पर हमला किया था, इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद से ही देश में गुस्सा है और आतंकियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की मांग हो रही है. ये हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार ने किया था, जो अपनी गाड़ी में बम फिट कर CRPF के काफिले में घुस गया था.
पाकिस्तान पर सरकार बना रही दबाव
आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान से होने वाले आयात को 200 फीसदी बढ़ा दिया है, ताकि उसके लिए भारत से व्यापार आसान ना हो सके. इसके अलावा पाकिस्तान को मिला मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी छीन लिया गया है.
भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान को घेरने के लिए प्लानिंग कर रहा है, जैसे आतंकियों के खिलाफ डोजियर तैयार करना और अन्य देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट करना.
सेना को मिली खुली छूट
40 जवानों पर हुए इस हमले के बाद से ही भारत सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह सार्वजनिक मंचों से बयान दे चुके हैं कि उन्होंने सेना को खुली छूट दी है. PM मोदी ने कहा था कि उन्होंने सेना को कहा है कि बदला लेने की जगह और समय वह खुद तय करें. बता दें कि हमले के बाद से ही बैठकों को दौर जारी है और रणनीति पर काम चल रहा है. CRPF की ओर से भी ट्वीट कर साफ कह दिया गया है कि ना भूलेंगे और ना ही बख्शेंगे.