नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में पुलवामा आतंकी हमले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है.सूत्रों के मुताबिक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर ने अपने भतीजे उस्मान हैदर की मौत का बदला लेने के लिए ये आतंकी हमला कराया था. मसूद अजहर का भतीजा पिछले साल 31 अक्टूबर को एनकाउंटर में मारा गया था. पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हुए थे.
आतंकियों की तीन बार कैंप पर हमले की कोशिश नाकाम रही थी
इतना ही नहीं ये भी खुलासा हुआ है कि आतंकियों ने पहले कैंप पर या बारूदी सुरंग बिछाकर सुरक्षाबलों पर हमला करने की प्लानिंग की थी. लेकिन आतंकियों की तीन बार कैंप पर हमले की कोशिश नाकाम रही. इन कोशिशों में जैश के 12 आतंकी मारे गए थे. जैश ने पहले जनवरी में विस्फोट से भरी गाड़ी के जरिए हमले का प्लान बनाया था, लेकिन उस वक्त भारी बर्फबारी की वजह से उनकी कोशिश नाकाम रही.
बताया जा रहा है कि जैश 9 फरवरी को करना चाहता था. इस दिन आतंकी अफजल गुरू की बरसी थी, लेकिन उस दिन बर्फबारी से श्रीनगर हाईवे बंद होने की वजह से उसकी ये नापाक कोशिश नाकाम हो गई थी. लेकिन 14 फरवरी को जैश के आतंकी अपने नापाक मंसूबों में कामयाब हो गए. मानव बम आदिल अहमद दार 2,6 और 9 फरवरी को भी हाईवे पर गया था. जैश ये हमला आतंकी अफजल गुरु, मकबूल भट्ट की बरसी पर कराना चाहता था. सूत्रों के मुताबिक, जैश कमांडर अब्दुल रशीद गाजी के पहुंचने पर इस प्लान पर काम शुरु हुआ था.अब्दुल रशीद गाजी अब भी त्राल में छुपे होने की आशंका है.
पीओके में खाली कराए जा रहे हैं आतंकियों के लॉन्च पैड
वहीं, पाकिस्तान में पुलवामा हमले के बाद से खलबली मची हुई है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के लॉन्च पैड खाली कराए जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक कहुटा इलाके से हिजबुल मुजाहिद्दीन और लिपा, चकोठी, बाराकोट से लश्कर ए तैयबा के लॉन्च पैड खाली कराए जा रहे हैं. पाकिस्तान में हमले के डर से आतंकी डरकर भाग रहे हैं बड़ी बता ये कि आतंकियों को पाकिस्तानी सेना के कैंप में पनाह दी जा रही है. पाकिस्तान की सेना उनको सुरक्षा भी दे रही है.