नई दिल्ली। पुलमावा में 40 सीआरपीएफ जवानों की शाहदत के बाद से देश गुस्से में है. चारो तरफ से बला लेने की मांग उठ रही है. इस बीच सरकार भी एक्शन में आ गई है. सूत्रों के मुताबिक इसी दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा वापसी के आदेश दिए हैं. कल सीसीएस यानी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक में पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने को लेकर कई फैसले हुए. डिंफेस से लेकर डिप्लोमेट लेवल पर पाकिस्तान की घेराबंदी करनी की बात कही गई.
इसके साथ ही कल गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने श्रीनगर का दौरा भी किया था. गृहमंत्री ने कल कहा था कि पाकिस्तान और आईएसआई से आर्थिक मदद लेने वालों की सरकारी सुरक्षा पर भी नए सिरे से विचार किया जाएगा. इसी बयान के बाद हुर्रियत नेताओं से सुरक्षा छीने जाने की खबर आई.
प्रधानमंत्री ने बोले- सेना को खुली छूट, अंजाम भुगतना होगा
पुलवामा हमले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान को सीधी चेतवानी दी है. पीएम मोदी ने आज कहा, ”हमारे सुरक्षाबलों को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई है. हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर और उनकी बहादुरी पर पूरा भरोसा है. देशभक्ति के रंग में रंगे लोग सही जानकारियां भी हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएंगे ताकि आतंक को कुचलने में हमारी लड़ाई और तेज हो सके.” पीएम मोदी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसे हमलों का देश डटकर मुकाबला करेगा. ये देश रुकने वाला नहीं है.
पीएम समेत इन लोगों ने दी एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि
कल रात दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पीएम मोदी समेत कई हस्तियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी. शहीदों के घरों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, पूरा देश शहीदों के परिवारों के साथ संकट की घड़ी में खड़ा है. एयरपोर्ट पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने वालों में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत कई और लोग भी शामिल रहे.
HM ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, हमले की जानकारी देंगे
हमले के बारे में जानकारी देने के लिए केंद्र सराकार ने आज एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है. यह बैठक गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुलाई है, गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि सभी पार्टियों को पुलवामा में हुए हमले और सरकार द्वारा अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी दी जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने का फैसला किया गया. बैठक सुबह 11 बजे संसद की लाइब्रेरी होगी.