नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर हुए बड़े आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के पार्थिव शरीर आज दोपहर को उनके घरों पर भेजे जाएंगे. सीआरपीएफ के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि यह तय किया गया है कि जवानों के अंतिम क्रिया में बल की तरफ से डीआईजी या कमांडेंट स्तर के अधिकारी शामिल होंगे. साथ ही सीआरपीएफ की तरफ से शहीद हुए जवानों के परिवारों को आर्थिक सहायता भी दी जाएगी, जिसके लिए उनके बैंक खातों का विवरण तैयार किया गया है.
सीआरपीएफ के सूत्रों के अनुसार, हमले में शहीद हुए जवानों के पार्थिक शरीर उनके परिवारों को सौंप दिए जाएंगे. भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान से शहीदों के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया जाएगा. यहां पालम एयरपोर्ट पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. सूत्रों के हवाले से खबर है कि पीएम मोदी दिल्ली में शहीदों को श्रद्धाजंलि देने पहुंचेंगे. जवानों के पार्थिव शरीर जम्मू-कश्मीर से लाने के लिए भारतीय वायुसेना का सी-17 विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से श्रीनगर के लिए रवाना हुआ. सूत्रों के अनुसार, शहीद हुए जवानों में से 37 शवों में से अधिकतर की पहचान कर ली गई है, उनमें से कुछ की स्थिति अत्यंत खराब होने के कारण उनकी पहचान करने में मुश्किल हो रही है.
घटना के बाद से ही गृह मंत्रालय और सीआरपीएफ की तरफ से यह जानकारी इकट्ठा की गई कि शहीद हुए इन जवानों के घर कहां-कहां हैं और उनके सम्मानपूर्वक उनके घरों तक ले लाने के लिए विशेष तौर पर हेलिकॉप्टरों की व्यवस्था की गई है. साथ ही शहीद जवानों के परिजनों के बैंक खाते की जानकारी भी मांगी गई है, ताकि उनकी मदद के लिए बल की तरफ से सहायता राशि दी जा सके.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 40 जवान शहीद हो गए.
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे. इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपने काम पर वापस लौट रहे थे. जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया. श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर पुलवामा के इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है.