श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर गुरुवार को आतंकियों द्वारा किए गए एक आत्मघाती हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 30 जवान शहीद हो गए. पुलिस ने कहा कि आतंकियों ने श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर लेथपोरा इलाके में अपरान्ह करीब सवा तीन बजे सीआरपीएफ बस को निशाना बनाकर आईईडी विस्फोट किया. गृहमंत्री राजनाथ सिंह कल जम्मू-कश्मीर जाएंगे. उन्होंने कल पटना में होने वाली रैली रद्द कर दी है.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने हमले के बाद आपातकालीन बैठक बुलाई है. इसे 2019 का सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है. डोभाल ने पीएम मोदी को हमले की जानकारी दी. केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवादियों को करारा जवाब दिया जाएगा.
इससे पहले, पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “हमले में 30 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए और कई घायल हैं जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है.”
सभी घायलों को श्रीनगर के सेना के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारी ने कहा, “राजमार्ग पर एक चलती कार के भीतर आईईडी लगाया गया था और जब कार सीआरपीफ बस के समीप पहुंच गई तो उसमें विस्फोट कर दिया गया. यह बस जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहे सीआरपीएफ काफिले का हिस्सा थी.”
रिपोर्ट के मुताबिक आतंकियों ने आईईडी में विस्फोट करने के बाद सीआरपीएफ बस पर स्वचलित हथियारों से गोलियां भी बरसाईं. आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने घटना की जिम्मेदारी ली है. खुद को जेईएम का प्रवक्ता बताने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने स्थानीय समाचार एजेंसी जीएनएस को दिए एक बयान में कहा कि यह संगठन द्वारा किया गया एक फिदायीन हमला था.