नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक बार फिर सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है. पुलवामा में अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सुरक्षाबलों के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने हमला किया. इस धमाके में 18 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए और 35 से ज्यादा जवान घायल हो गए हैं. सुरक्षाकर्मियों के कैंप पर हमले का यह पहला मौका नहीं है. इससे पहले भी कई बार सेना के कैंप को निशाना बनाया गया है. आइए जानते हैं कब-कब सेना कैम्प पर आतंकवादी हमला हुआ है.
1-18 सितम्बर 2016 – उरी के सेना कैम्प पर आतंकवादी हमला
2016 में उरी में सेना के कैंप पर हमला हुआ था. यह हमला जम्मू और कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुआ. इसमें भारतीय सेना के 18 जवान शहीद हो गए थे. सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए. यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला था.
इस हमले में हमलावरों द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके. इसका बदला लेने के लिए भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक किया.
29 नवम्बर 2016 – जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में आर्मी कैंप पर हमला
29 नवम्बर 2016 को जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में आर्मी कैंप पर आंतकियों का बड़ा हमला हुआ. इस हमले में 3 आतंकी मारे गए, सेना के 7 जवान शहीद हुए. इस हमले में हमलावर आतंकी पुलिस के ड्रेस में आए थे.
27 अप्रैल 2017 – कुपवाड़ा के पंजगाम में सेना के कैंप पर आतंकी हमला
27 अप्रैल 2017 को कुपवाड़ा के पंजगाम में सेना के कैंप पर आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में 2 आतंकी मारे गए जबकि भारतीय सेना के 3 जवान शहीद हो गए.
5 जून 2017 – बांदीपुरा के सुंबल में CRPF कैंप पर आतंकी हमला
5 जून 2017 को बांदीपुरा के सुंबल में CRPF कैंप पर आतंकी हमला हुआ था. इसमें सेना ने चार आतंकियों को किया ढेर कर दिया था.
26 अगस्त 2017 – पुलवामा पुलिस लाईन में आतंकी हमला
26 अगस्त 201 को पुलवामा पुलिस लाईन में आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में 8 जवान शहीद, हो गए थे जबकि 3 आतंकियों के ढेर कर दिया गया था. 10-11 फरवरी 2018 को सुंजवां सेना कैंप आतंकी पर हमला हुआ जिसमें 3 आतंकवादी मारे गए और 6 जवान शहीद हो गए.
2019 में अब तक 28 आतंकी मारे गए
2019 में अब तक 28 आतंकी मारे गए जबकि 3 सुरक्षाबल के जवान शहीद हुए हैं. वहीं 2014 से अब तक 866 आतंकी मारे जा चुके हैं. पिछले साल की बात करें तो
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- 2018 में कुल 614 आतंकी घटनाएं हुई.
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- 2018 में 91 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए
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- 2018 में 257 आतंकी मारे गए
- 2017 में 213 आतंकी मारे गए थें जबकि सुरक्षा बल के 80 जवान शहीद हुए थें.