नई दिल्ली/बीजिंग। दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में अमेरिका और चीन के बीच टकराव के हालात थम नहीं रहे हैं. सोमवार को एक बार फिर दक्षिणी चीन सागर में दो अमेरिकी युद्धपोत प्रवेश कर गए थे, जिसकी जानकारी मिलते ही चीनी नौसेना ने उन्हें रोक लिया. इसके बाद अमेरिकी जहाजों पर खोज अभियान चलाया और उन्हें चेतावनी दी कि वे दोबारा उनके क्षेत्र में न आएं. इसके बाद अमेरिकी जहाजों को जाने दिया गया. बाद में चीन की तरफ से अमेरिका को कड़ी प्रतिक्रिया दी गई.
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने इस बाबत नाराजगी जताते हुए कहा कि साउथ चाइना सी में दो अमेरिकी जंगी जहाज प्रवेश कर गए थे. इसके बाद चीनी पक्ष की तरफ से तुरंत एक्शन लेते हुए उन्हें रोका गया और उनके बारे में जानकारी हासिल की गई. जब यह सत्यापित हो गया कि दोनों जहाज अमेरिकी हैं, तो उन्हें चेतावनी दी गई कि वे दोबारा इस समुद्र क्षेत्र में न घुसें और उन्हें जाने दिया गया.
उन्होंने कहा कि अमेरिकी पक्ष ने चीन की संप्रभुता का उल्लंघन किया है, जिससे चीन से संबंधित जल की शांति और सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगी है. हुआ ने कहा, चीन खुद को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक उपाय करना जारी रखेगा. साथ ही उनकी तरफ से कहा गया कि अमेरिका उकसाने की कार्रवाई करना बंद करे.
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी दक्षिणी थियेटर कमान के प्रवक्ता सीनियर कर्नल ली ह्युमिन ने कहा कि दो गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक, यूएसएस स्प्रुंस और यूएसएस प्रीबल ने चीनी सरकार से अनुमति के बिना नांशा द्वीप समूह के आसपास चीन के क्षेत्रीय समुद्र में प्रवेश किया. उन्होंने कहा कि हम अपने जल क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए सभी कदम उठा रहे हैं.