नई दिल्ली। अप्रैल 2012 में सेना द्वारा तख्तापलट की कोशिश की जो खबर एक अंग्रेजी अखबार में छापी गई थी उस खबर को उस समय की केंद्र सरकार के 4 बड़े मंत्रियों ने प्लांट करवाया था, एक निजी समाचार वेबसाइट ‘द संडे गार्जियन’ में यह दावा किया गया है। अंग्रेजी समाचार वेबसाइट द संडे गार्जियन ने खूफिया एजेंसी के एक सूत्र के हवाले से यह रिपोर्ट छापी है।
रिपोर्ट में लिखा गया है कि तख्तापटल की कोशिश की बात को इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा नकार दिया गया था और उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जानकारी दे दी गई थी।लेकिन इसके बावजूद इस ‘काल्पनिक’ कहानी को मीडिया में लीक कर दिया गया और मीडिया ने इसपर अपनी स्टोरी छाप दी। हालांकि खबर छपने के बाद खुद रक्षा मंत्री ने सेना द्वारा तख्तापटल की खबरों को नकारा था।
बुधवार को ‘द संडे गार्जियन’ की रिपोर्ट के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपनी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस पर निशाना साधा। भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि कांग्रेस के द्वारा सैन्य तख्तापलट का ड्रामा और षडयंत्र रचा गया, उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंस ब्यूरो ने उसी समय प्रधानमंत्री को कह दिया था कि यह सब काल्पनिक है और सेना का अपमान करने के लिए किया गया है, लेकिन 3 महीने बाद उस समय के वरिष्ठ मंत्रियों ने इसे मीडिया में लीक किया।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मनमोहन सरकार के 4 मंत्रियों ने देश में सेना के खिलाफ गलत खबर छपवाकर गद्दारी का काम किया। जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि रक्षा मामलों पर संसद की स्थाई समिति के अध्यक्ष से इस मुद्दे पर चर्चा की है और जल्द बैठक बुलाकर जांच की मांग रखी है, उन्होंने पूछा कि क्या राहुल गाधीं इस साजिश के पीछे थे? क्या ISI और पाकिस्तान की सेना के इशारे पर भारतीय सेना को बदनाम किया गया?