श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के मोस्ट वांटेड आतंकियों में से एक हिज्बुल मुजाहिद्दीन का कमांडर रियाज नायकू ने ऑडियो जारी कर घाटी में जेल स्टाफ पर हमले की धमकी दी है. नायकू ने अपने 10 मिनट के ऑडियो में कहा है कि अब हम पूरी ताकत से राजनीतिक बंदियों के मुद्दे पर काम करेंगे. अगर जेल के स्टाफ बंदियों की प्रताड़ना बंद नहीं करते हैं, तो हम उनके घर पहुंचकर उनसे निबटेंगे.
रियाज नायकू अपने ऑडियो में कश्मीरी युवकों से कह रहा है कि अगर भारतीय सेना उन्हें मुखबीरी करने के लिए बाध्य करती करती है तो वे अपना वीडियो ऑनलाइन अपलोड करें. उसने कहा है कि भारत एक छद्म युद्ध के तहत युवाओं को आसानी के ड्रग्स मुहैया करा रहा है. नायकू का यह ऑडियो हाल में पुलवामा जिले के 27 वर्षीय युवक के राष्ट्रीय रायफल्स के शादीमार्ग स्थित कैंप में टॉर्चर की घटना के बाद आया है. यह घटना 4 फरवरी की है जिसमें तौसीफ अहमद वानी नाम के युवक का आरोप है कि वह सेना के कैंप में मेजर शुक्ला से मिलने गया था जहां सेना के जवानों ने उसे तब तक पीटा जब तक कि वो बेहोश नहीं हो गया.
सेना के कैंप में हुई इस घटना ने तब जोर पकड़ा जब जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती तौसीफ वानी से मिलने पहुंचीं और उसके बाद उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि सेना को उनकी बहादुरी के लिए हीरो की तरह पेश किया जाता है. लेकिन, अगर वे मानवाधिकार उल्लंघन करते हैं तो उन्हें भी जिम्मेदार ठहराए जाने की जरूरत है.
अपने ऑडियो में रियाज नायकू कश्मीरी युवाओं को सेना से दूर रहने की चेतावनी दे रहा है. नायकू यह दावा भी कर रहा है कि भारतीय सुरक्षाबल कश्मीरी युवाओं पर जासूसी करने के लिए दबाव डाल रहे हैं. नायकू कश्मीरी युवाओं पर दबाव डाल रहा है कि वे सेना से दूर रहें क्योंकि ये हमारे दोस्त नहीं हैं, बल्कि दोस्त बनने का नाटक कर रहे हैं.
आपको बता दें कि आतंकी रियाज नायकू सबसे पहले सुरक्षा एजेंसियों के राडार में साल 2016 में बुरहान वानी की मौत के वक्त आया था. उसके ऊपर सुरक्षाबलों ने 12 लाख रुपये का इनाम रखा है. रियाज नायकू और जाकिर मूसा का नाम घाटी के मोस्ट वांटेड आतंकियों में शुमार है जिन्हें A++ कैटेगरी के तहत रखा गया है.