मिचेल स्टार्क के पांच विकेट की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट में श्रीलंका को 366 रन से हराकर दो मैचों की सीरीज 2-0 से जीत ली. ऑस्ट्रेलिया के 516 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका ने चौथे दिन की शुरुआत बिना विकेट खोए 17 रन से की और पूरी टीम 51 ओवर में सिर्फ 149 रन पर ढेर हो गई. पहला टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने पारी और 40 रन से जीता था.
स्टार्क ने दूसरी पारी में 46 रन देकर पांच और मैच में 100 रन देकर 10 विकेट चटकाए जिसके लिए उन्हें मैच आफ द मैच चुना गया. पैट कमिंस ने भी स्टार्क का अच्छा साथ निभाते हुए 15 रन देकर तीन विकेट हासिल किए. झाय रिचर्डसन और मार्नस लाबुशेन को एक-एक विकेट मिला. श्रीलंका की ओर से कुसाल मेंडिस ने सर्वाधिक 42 रन बनाए. उनके अलावा सिर्फ सलामी बल्लेबाज लाहिरू थिरिमाने (30) ही 30 रन के आंकड़े को छू पाए.
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में पांच विकेट पर 543 रन बनाने के बाद घोषित की थी जिसके जवाब में श्रीलंका 215 रन पर ढेर हो गया था. ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी भी तीन विकेट पर 196 रन बनाकर घोषित करते हुए श्रीलंका को 516 रन का लक्ष्य दिया. श्रीलंका ने 516 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक बिना किसी नुकसान के 17 रन बनाये थे. इससे पहले श्रीलंका अपनी पहली पारी में 215 रन ही बना पाया था लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने उसे फालोआन नहीं दिया.
ऑस्ट्रेलिया ने ख्वाजा (नाबाद 101) और ट्रेविस हेड (नाबाद 59) के बीच चौथे विकेट के लिए 159 रन की अटूट साझेदारी की मदद से दूसरी पारी तीन विकेट पर 196 रन बनाकर घोषित की और श्रीलंका को दो दिन में विशाल लक्ष्य हासिल करने की चुनौती दी. दिमुथ करुणारत्ने (नाबाद आठ) और लाहिरू तिरिमाने (नाबाद आठ) तीसरे दिन 30 मिनट तक क्रीज पर टिके रहने में सफल रहे. खराब रोशनी के कारण तीसरे दिन का खेल पहले समाप्त कर दिया गया.
श्रीलंका ने तीसरे दिन सुबह अपनी पहली पारी तीन विकेट पर 123 रन से आगे बढ़ाई लेकिन बल्लेबाजी के लिये अनुकूल लग रही पिच पर उसने सुबह चार विकेट गंवा दिये जबकि इस बीच बाउंसर से चोटिल होने के कारण कुसाल परेरा को क्रीज छोड़नी पड़ी. स्टार्क ने 54 रन देकर पांच विकेट लिये और श्रीलंका की पूरी टीम लंच के बाद आउट हो गयी. इस तरह से ऑस्ट्रेलिया ने 319 रन की बढ़त हासिल की. ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही. मार्कस हैरिस (14) फिर से नाकाम रहे जबकि पहली पारी में शतक जड़ने वाले जो बर्न्स केवल नौ रन बना पाये. मार्नस लाबुशेन भी चार रन बनाकर कुसान रजिता (64 रन देकर दो) के दूसरे शिकार बने. इससे ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तीन विकेट 37 रन हो गया था.