नई दिल्ली। कोलकाता में सीबीआई और केंद्र सरकार के खिलाफ धरने पर बैठीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को कई विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ एनडीए की प्रमुख सहयोगी शिवसेना का भी समर्थन मिल रहा है. एनडीए की सहयोगी शिवसेना ने कहा कि पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्य की सीएम का धरने पर बैठना गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि क्या यह सीबीआई बनाम ममता बनर्जी है या फिर ममता बनर्जी बनाम बीजेपी, ये तो हमें जल्द ही पता चल जाएगा. अगर सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है तो यह राष्ट्र की गरिमा और केंद्रीय एजेंसी की प्रतिष्ठा का मामला है.
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसी घटनाएं सिर्फ पश्चिम बंगाल में नहीं हो रही है, बल्कि देश के कई राज्यों से ऐसी खबरें आ रही है. चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी और केंद्र सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है. केवल मैं ही नहीं, समाजवादी पार्टी ही नहीं, बल्कि सभी राजनीतिक दल ऐसा कह रहे हैं.
अखिलेश यादव ने आगे कहा, ‘पहले सीबीआई आपस में ही उलझी हुई थी, केंद्र को सीबीआई निदेशक से डर लग रहा था. अब वह सीबीआई से सबको डराना चाहते है. बताइये संस्थाओं का दुरुपयोग कौन कर रहा है? अगर किसी ने संस्थाओं का राजनीतिकरण किया है वह बीजेपी है.’
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘ममता बनर्जी के आरोप एकदम सही है, देश पर तानाशाही शासन का खतरा मंडरा रहा है, ये लोग (केंद्र सरकार) देश के मालिक नहीं है, जनता मालिक है’
सोमवार सुबह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने इस मामले पर कहा, ‘हम लोग दिल्ली में सोमवार को सभी विपक्षी नेताओं के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे. साथ ही पूरे देश में आंदोलन चलाने को लेकर रणनीति बनाएंगे. तेदेपा सांसद इस मामले पर अन्य विपक्षी दलों के सांसदों के साथ धरना देंगे.’
संसद के दोनों सदनों में हंगामा
बता दें कि शारदा चिटफंड घोटाले में सीबीआई के कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ करने के मामले को लेकर सोमवार को संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ. हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई है. वहीं लोकसभा में भी इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. शून्यकाल में टीएमसी ने सदन में यह मुद्दा उठाया. लोकसभा भी दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है.
केंद्र ने राज्यपाल से मांगी है रिपोर्ट
लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले ऐसी घटना कभी नहीं हुई. सीबीआई अधिकारियों को रोका गया. जनता की कमाई को सारदा समूह ने हड़प लिया. सीबीआई अफसरों को बलपूर्वक थाने ले जाया गया. उन्होंने कहा कि मैंने राज्यपाल से रिपोर्ट मांगी है. पश्चिम बंगाल सरकार जांच में मदद करे.
उन्होंने कहा कि राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने ने प्रमुख सचिव और डीजीपी को समन जारी किया है. राज्यपाल ने उनसे बिगड़े हालात को जल्द से जल्द ठीक करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से सारदा चिटफंड घोटाले में दिए गए जांच के आदेश के बाद कार्रवाई का कदम उठाया गया. पुलिस कमिश्नर को कई बार समन भेजा गया. लेकिन वह पेश नहीं हुए.