लखनऊ। उत्तर प्रदेश के एक पूर्व डीजीपी के एक कथित व्हाट्सऐप मैसेज से विवाद पैदा हो गया है. दावा किया जा रहा है कि ये मैसेज पूर्व डीजीपी ने लखनऊ से चल रहे एक व्हाट्स ग्रुप में तब लिखा जब नए सीबीआई निदेशक की नियुक्ति का लेटर किसी ने ग्रुप में डाला. बता दें कि शनिवार शाम मध्य प्रदेश कैडर के आईपीएस ऋषि कुमार शुक्ला की सीबीआई के निदेशक के पद पर नियुक्ति कर दी गई.
बताया जा रहा है कि ये ग्रुप आधिकारिक रूप से आईपीएस अधिकारियों ने स्वयं नहीं बनाया है, लेकिन इस ग्रुप में उत्तर प्रदेश में काम कर रहे सौ से ज्यादा आईपीएस अफसर हैं.
आईपीएस ऑफिसर नाम के इस ग्रुप में पूर्व डीजीपी ने ये मैसेज शनिवार शाम 5:40 पर लिखा, लेकिन बाद में इसे डिलीट भी कर दिया. उन्होंने इस बारे में बात करने से मना कर दिया और किसी भी तरह का मैसेज लिखने से इंकार किया है.
बहरहाल इस बारे में ग्रुप मे दूसरे अफसर इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि उनकी तरफ से ये मैसेज किया गया था, लेकिन बाद में इसे डिलीट भी किया गया है. बता दें कि सरकार ने लंबे विवाद के बाद शनिवार को ऋषि कुमार शुक्ला को सीबीआई का नया डायरेक्टर नियुक्त किया.
ऋषि कुमार शुक्ला मध्य प्रदेश के 1983 कैडर के ऑफिसर हैं. उनकी नियुक्ति दो सालों के लिए होगी. वह मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक रह चुके हैं. इससे पहले शुक्रवार को ही सीबीआई डायरेक्टर को नियुक्त करने वाली कमेटी की बैठक हुई थी. इस कमेटी में पीएम नरेंद्र मोदी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, और चीफ जस्टिस रंजन गोगोई मौजूद थे. इस बैठक में लगभग 30 नामों पर चर्चा की गई थी. इन नामों में जावीद अहमद, रजनीकांत मिश्रा और एसएस देसवाल शामिल थे.