मुजफ्फरनगर। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने एक बेहद आपत्तिजनक बयान देकर विवाद पैदा कर दिया है. मुज़फ्फरनगर के पुरकाजी क्षेत्र में शनिवार को एक जनसभा को सम्बोधित करने पहुंचे चंद्रशेखर ने अनुसूचित जनजाति के उत्पीड़न पर मंच से बोलते हुए कहा कि जितनी भीड़ यहां खड़ी है, उसे सिर्फ एक बार मेरे इशारे का इंतजार है. अगर हम भारत बंद करना जानते हैं, तो हम भारत को जलाना भी जानते हैं. हमारे सब्र का इम्तिहान नहीं लिया जाए, एक सीमा होती है उत्पीड़न की भी.
चंद्रशेखर ने गरीब सवर्णों को दिए गए 10% आरक्षण पर बोलते हुए कहा की आरक्षण के नाम पर संविधान की हत्या हो रही है. मनुस्मृति को दोबारा से लागू किया जा रहा है. गठबंधन पर बोलते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि अभी इस गठबंधन में कुछ खामिया हैं. मैं चाहता था कि गठबंधन इतना मजबूत हो की बीजेपी एक सीट पर भी न जीत पाए. क्योंकि बीजेपी जैसी सविंधान की हत्यारी पार्टी का संसद में एक भी सांसद नहीं होना चाहिए.
चंद्रशेखर ने कहा, हम इसके लिए प्रयास करेंगे. इस गठबंधन के लोगों को कहकर इसे ठीक कराएंगे. जो ओबीसी समाज की पार्टियां हैं उनको भी इसमें आना चाहिए. देखिये प्रियंका जी एक अच्छे परिवार से आती हैं, उस परिवार से आती हैं, जिन्होंने इस देश के लिए बलिदान दिया है. वो क्या और किस विचारधारा पर काम करेंगी ये प्रियंका जी तय करेंगी. हमारा काम है बहुजन समाज को मजबूत करना. मैं ये चाहता हूं कि प्रधानमंत्री बहुजन समाज का हो और बहुजन समाज को खुद एकजुट होकर बढ़ना पड़ेगा.
कुछ दिनों पहले जेल से छूटकर बाहर आए चंद्रशेखर के अनुसार, ‘ मेरा प्रयास जो इस समय सविंधान को खत्म करना चाह रहा है उसको ठीक करना है. मैं किसी का समर्थक या विरोधी नहीं हूं. मैं विचारधारा का समर्थक हूं. संघ की विचारधारा सविंधान से बड़ी नहीं हो सकती. भीम आर्मी अगर चुनाव लड़ती तो अब तक घोषणा हो चुकी होती. भीम आर्मी बहुजन समाज को इतना मजबूत करेगी कि बिना चुनाव के ही कोई भी प्रत्याशी अगर हमारे क्षेत्र में आएगा और प्रयास करेंगे जो आदमी आज भी छूआ छूत करते हैं उनको सदन में घुसने ना दें.”