न्यूजीलैंड ने सेडन पार्क पर गुरुवार को खेले गए चौथे वनडे मैच में टीम इंडिया को 8 विकेट से हराकर बड़ी जीत दर्ज की. न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का आमंत्रण देते हुए उसकी पारी 92 रनों पर ही समेट दी और इसके बाद 14.4 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर इस लक्ष्य को हासिल कर लिया. इस मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाजों का काफी लचर प्रदर्शन रहा. इस दौरान युजवेंद्र चहल ने कुछ खास रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिए.
ट्रैंट बोल्ट (5/21) एवं कोलिन ग्रैंडहोम (3/26) की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर उसकी पारी 92 रनों पर ही समेट दी. इस मैच में एक समय भारत ने 40 रन पर अपने सात विकेट गंवा दिए थे. उस पर अपने अब तक के न्यूनतम स्कोर 54 रनों पर आउट होने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन हार्दिक पांड्या ने 16 रनों की संक्षिप्त किंतु तेज पारी खेल कर उस पर से यह संकट टाल दिया.
युजवेंद्र चहल ने एक पारी में बना दिए इतने रन
भारत की ओर से युजवेंद्र चहल ने सबसे अधिक नाबाद 18 रन बनाए और उसके सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर सके. यह उनके पूरे वनडे करियर से ज्यादा रन हैं. उन्होंने अपने पिछले करियर बेस्ट यह पारी टीम इंडिया की पारी की सबसे बड़ी पारी बन गई. जवेंद्र चहल ने इस मैच से पहले 38 वनडे मैच खेले थे. उन्हें हैमिल्टन से पहले 38 मैचों में चार बार बैटिंग का मौका मिला, जिनमें उन्होंने कुल 16 रन बनाए थे इसमें से 12 रन उनका बेस्ट स्कोर था. वहीं वे दूसरी बार नाबाद रहे. पिछली बार वे शून्य पर नाबाद थे. बहरहाल, यह चहल की उपलब्धि कम टीम इंडिया की नाकामी की मिसाल ज्यादा है.
पारी में सबसे बड़ी साझेदारी रही चहल कुलदीप की
चहल और कुलदीप यादव ने नौवें विकेट के लिए 25 रन की साझेदारी की. यह मैच की सबसे बड़ी साझेदारी रही. उनके बाद शिखर धवन और रोहित शर्मा के बीच 21 रनों की साझेदारी रही. कुलदीप यादव ने 15 रन बनाए. यह कुलदीप और चहल का ही कमाल था कि दोनों ने टीम इंडिया के बड़ी शर्मिदगी से बचा लिया. अगर दोनों ने अपने विकेट बचाते हुए रन नहीं बनाए होते तो टीम इंडिया का यह दूसरा सबसे कम स्कोर होता, लेकिन दोनों की पारियों के दम पर यह दूसरा से सातवां सबसे कम स्कोर रहा.
इस मैच में टीम इंडिया का 92 रनों का स्कोर वनडे क्रिकेट में भारत का सातवां सबसे न्यूनतम स्कोर है. वहीं शेष गेंदों के लिहाज से भारत की वनडे टीम में यह सबसे बड़ी हार है. न्यूजीलैंड ने 212 गेंदें शेष रहते हुए मेजबान टीम को हराकर पांच मैचों की सीरीज में अपनी जीत का खाता खोला.
भारत को इससे पहले, 2010 में शेष गेंदों के लिहाज से सबसे बड़ी हार मिली थी. श्रीलंका ने दाम्बुला में खेले गए मैच में भारत को 209 गेंदे शेष रहते हुए आठ विकेट से हराया था लेकिन अब न्यूजीलैंड के खिलाफ हेमिल्टन में मिली हार शेष गेंदों के लिहाज से उसकी वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ी हार है. न्यूजीलैंड ने इस जीत से भारत के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज का स्कोर 3-1 किया है. इस सीरीज का पांचवां और आखिरी वनडे मैच वेलिंग्टन में तीन फरवरी को खेला जाएगा.