कोलकाता/नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मंगलवार को पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे. लेकिन जैसे ही रैली खत्म हुई, कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम में लाने वाली एक बस पर हमला हो गया और एक बाइक फूंक दी गई. बीजेपी ने इसके लिए राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) को दोषी ठहराया है. पार्टी का कहना है कि तृणमूल इससे बौखला गई है. वहीं बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी को चेतावनी दी कि पार्टी कार्यकर्ताओं पर इस तरह का हमला उन्हें महंगा पड़ेगा.
रैली के लिए कार्यकर्ताओं को लाने वाली बस जनसभा स्थल के समीप ही खड़ी थी. रैली के खत्म होते ही कुछ लोगों ने उस पर हमला कर दिया और तोड़फोड़ कर दी. एक बाइक में आग लगा दी गई. इसके लिए पश्चिम बंगाल में बीजेपी के नेता राहुल सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘TMC हमारी बढ़ती ताकत से डर रही है. इसलिए वह हिंसा पर उतर आई है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सब कुछ पुलिस के सामने हुआ. हमलावरों ने महिला कार्यकर्ताओं तक को नहीं छोड़ा.’
इधर, दिल्ली में इस मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता संबिता पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है जिस समय हम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, बंगाल में अराजकता फैली है. बंगाल में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. उन्होंने कहा कि अमित शाह जी की रैली में लाखों लोग आए थे. रैली के बाद बसों पर पथराव किया गया. बसों में आग लगाई जा रही है. कार्यकर्ताओ को निकाल-निकाल कर पीटा जा रहा है.
क्या यह लोकतंत्र है? तालिबानी दीदी की तरह ममता बर्ताव कर रही हैं. संबित पात्रा ने कहा कि ममता जी आप अन्य दलों के साथ हाथ उठाकर लोकतंत्र की बात करती हैं. क्या ममता जी इस तरह से लोकतंत्र बचाएंगी? ममता जी के पक्ष में जनमत खत्म हो चुका है. हम आ रहे हैं. इसलिए ममता भय और आतंक का माहौल पैदा कर रही हैं. वह मां माटी मानुष की बात करती हैं, लेकिन निर्मम अमानुष की तरह व्यवहार करती हैं. ममता जी हम ये बर्दाश्त नही करेंगे. हम अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़े है.
यह घटना दिघा रोड पर हुई है. इस रोड से कार्यक्रम स्थल की दूरी एक किलोमीटर है जहां अमित शाह ने रैली को संबोधित किया. इस दौरान दोपहर में यातायात को लेकर अव्यवस्था देखने को मिली और उस दौरान बस भी इधर उधर नहीं जा पा रही थीं. रैली जैसी ही खत्म हुआ लोग बसों में बैठकर वापस लौट रहे थे. बीजेपी का कहना है कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने सबसे पहले पत्थरबाजी की, समर्थकों पर भी पत्थर फेंके गए. इस घटना की वजह से इस रास्ते में जाम लग गया. इलाके में तनाव की स्थिति है.