श्रीनगर। हिंदुस्तान गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने में जुटा है और आतंकी कश्मीर घाटी में अपनी नापाक करतूतों को अंजाम दे रहे हैं. शनिवार को गणतंत्र दिवस पर भी आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हमले किए, जिसमें सीआरपीएफ के पांच जवान घायल हो गए. आतंकवादियों ने कश्मीर घाटी के पुलवामा के पंपोर और खानमो इलाके में हमले किए. आतंकियों ने SOG और CRPF कैंप को निशाना बनाया. इसके बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी.
गणतंत्र दिवस की सुबह तक दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी रही. अभी तक न आतंकियों की पहचान हुई है और न ही आतंकियों के मारे जाने की खबर है. हालांकि सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर ली है और आतंकियों की तलाश की जा रही है. इससे पहले गुरुवार को पाकिस्तान ने पुंछ, राजौरी सेक्टर और सुंदरबनी सेक्टर समेत लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) से सटे चार स्थानों पर सीजफायर तोड़ा था. इन इलाकों में सीमा पार से स्मॉल आर्म्स से फायरिंग की गई थी और मोटार से गोले दागे गए थे. भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का माकूल जवाब दिया था.
सीमा पर बर्फ जमी हुई है, लेकिन फिर भी पाकिस्तानी घुसपैठ और सीजफायर उल्लंघन जारी है. पाकिस्तानी सेना ने बुधवार रात को भी पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर की अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की थी. आपको बता दें कि कश्मीर घाटी पर सेना ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चला रखा है. इसके तहत आतंकियों को लगातार ढेर किया जा रहा है. बुधवार को भारतीय सुरक्षा बलों ने बारामूला में लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकियों को ढेर करने में कामयाबी पाई थी.
आपको बता दें कि पिछले साल सुरक्षा बलों ने कश्मीर में 260 से ज्यादा खूंखार दहशतगर्द आतंकियों को ढेर किया था. कश्मीर में टॉप 12 आतंकी कमांडरों में से अब तक 10 को ठिकाने लगाया जा चुका है. इन 12 टॉप आतंकी कमांडरों में सिर्फ रियाज नायकू और जाकिर मूसा ही बचे हैं. कश्मीर घाटी में दहशत का पर्याय रहे जीनत उल-इस्लाम, अबू मतीन, अबू हमास, मन्नान वानी, मेहराजुद्दीन बांगरू, सद्दाम पाडर, अबु कासिम, समीर अहमद भट उर्फ समीर टाइगर और सब्जार अहमद सोफी जैसे खतरनाक आतंकी कमांडरों का सफाया हो चुका है.
खुफिया जानकारी के मुताबिक सीमा पार करीब 300 से ज्यादा आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की फिराक में हैं. हालांकि इन आतंकियों की घुसपैठ को लेकर सुरक्षाकर्मी भी सतर्क है. आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना के जवान पुरी तरह से तैयार हैं. सीमा पर लगातार कड़ी निगरानी की जा रही है. गणतंत्र दिवस के चलते कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की तैनाती भी बढ़ाई गई है. इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत हिंदुस्तान के कई हिस्सों में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई है.