जिस मैच में विरोधी टीम सिर्फ 38 ओवर में ऑलआउट हो जाए उस मैच में बल्लेबाजों के रोल पर बात नहीं हो पाती है. बावजूद इसके न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में शिखर धवन ने जिस तरह अपनी पारी को संवारा वो खास था. पिछले काफी समय से वनडे में शिखर धवन अच्छी शुरुआत के बाद बड़े स्कोर तक नहीं पहुंच पा रहे थे. इस मैच में वो नॉट आउट 75 रन बनाने में कामयाब रहे. अच्छी बात ये थी कि उनपर रनरेट का दबाव नहीं था. लक्ष्य छोटा था इसलिए उन्होंने अपनी पारी को ‘क्राफ्ट’ करने में समय लिया.
शिखर धवन ने 75 रनों की पारी 103 गेंदों मे खेली. वो करीब सवा दो घंटे तक क्रीज पर रहे. उन्होंने सिर्फ 6 चौके लगाए. जो शिखर धवन की बल्लेबाजी का परंपरागत अंदाज नहीं है. लेकिन पिछले दिनों जिस तरह लगातार वो गलती कर रहे थे उससे बचने का अच्छा मौका मिल गया. शिखर ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया. बल्लेबाजी की शुरुआत में ट्रेन बोल्ट और टिम साउदी ने शिखर धवन को परेशान भी किया लेकिन शिखर शायद ठान कर आए थे कि उन्हें क्रीज पर टिकना है. रन अपने आप बनेंगे. अब सीरीज के बाकि बचे 4 मैचों में उनसे उम्मीद रहेगी कि वो कोई बड़ी पारी खेलें.
वनडे फॉर्मेट में पूरे किए पांच हजार रन
शिखर धवन के ये 75 रन इसलिए भी कीमती हैं क्योंकि इन्हीं की बदौलत उन्होंने अपने वनडे करियर के पांच हजार रन पूरे किए. अब शिखर धवन के 119 वनडे मैचों में 5065 रन हैं. इसमें 15 शतक शामिल हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मैच में शिखर धवन का अर्धशतक 9 पारी के बाद आया है. इससे पिछली 9 पारियों में उनका सर्वाधिक स्कोर 38 रन था. इस दौरान वो 23 से लेकर 38 रनों के बीच पांच बार आउट हुए. जो ये बताता है कि उन्हें शुरूआत तो मिली लेकिन वो उस शुरूआत का फायदा नहीं उठा पाए.
आपको जानकर ताज्जुब होगा कि इन दस मैचों में पहले जो दस मैच शिखर धवन ने खेले थे उसमें उनके तीन शतक हैं. 10 फरवरी 2018 से लेकर 23 सितंबर 2018 के बीच खेले गए इन दस मैचों में लगाए गए तीन शतकों की एक और खास बात है. ये तीनों ही शतक शिखर धवन ने विदेशी पिचों पर लगाए हैं. जिसमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग, हॉंगकॉंग और पाकिस्तान के खिलाफ दुबई में लगाए गए शतक शामिल हैं. 10 फरवरी 2018 से पहले के भी दस मैचों का आंकड़ा देखेंगे तो पता चलेगा कि शिखर धवन ने उनमें 1 शतक और 4 अर्धशतक लगाया है. जो ये बताने के लिए काफी है कि शिखर धवन अगर फॉर्म में हैं तो ‘बैक-टू-बैक’ लंबी पारियां खेलते हैं.
शिखर की फॉर्म से कोहली को राहत
वनडे फॉर्मेट में ये अभी तय नहीं है कि नंबर चार पर बल्लेबाजी कौन करेगा. इसके लिए अंबाती रायडू और केदार जाधव में मुकाबला है. महेंद्र सिंह धोनी से भी इस नंबर पर बल्लेबाजी कराने की चर्चा अक्सर होती है. ऐसे में ये जरूरी है कि टीम इंडिया के टॉप तीन बल्लेबाज टीम को मजबूत शुरूआत दें. रोहित शर्मा और विराट कोहली के बाद शिखर धवन के भी रंग में आने का मतलब ये है कि अब विरोधी टीम के गेंदबाजों के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. इन तीन में से दो बल्लेबाजों के भी चलने का मतलब है कि टीम इंडिया के स्कोरबोर्ड पर ढेर सारे रन. पिछले करीब डेढ़ साल में ये पहला मौका था जब लगातार नौ पारियों तक शिखर धवन का बल्ला खामोश रहा हो वरना दस मैचों के औसत में देखें तो उन्होंने लगातार रन बनाए हैं. विश्वकप से कुछ महीने पहले ये सारी बातें विराट कोहली के लिए बतौर कप्तान शुभ संकेत हैं.