नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की तरफ से भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से आगे बढ़ने की उम्मीद जताने के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) ने भी इंडियन इकोनॉमी में भरोसा जताया है. संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) की तरफ से बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2019 और 2020 में तेज रफ्तार से आगे बढ़ेगी. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर चीन ही नहीं पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा होगी.
पिछले सुधारों के लाभ से सहारा मिल रहा
यूएन की रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2018-19 में 7.4 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष 2019-20 में 7.6 प्रतिशत रहेगी. संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं (WESP) 2019 रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि साल 2020-21 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रहेगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि वृद्धि को मजबूत निजी उपभोग और अधिक विस्तार वाले वित्तीय रुख और पिछले सुधारों के लाभ से सहारा मिल रहा है.
निजी निवेश में लगातार सुधार जरूरी
रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्यम अवधि की वृद्धि दर के लिए निजी निवेश में लगातार सुधार जरूरी है. वैश्विक अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2019 और 2020 में इसकी वृद्धि दर तीन प्रतिशत के करीब रहेगी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने आगाह करते हुए कहा कि वैश्विक आर्थिक संकेतक काफी हद तक अनुकूल हैं, लेकिन वे पूरी कहानी नहीं बताते हैं. उन्होंने कहा कि वैश्विक आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं 2019 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर के टिकाऊ होने पर चिंता जताई गई है.
यूएन की रिपोर्ट में चीन का जिक्र करते हुए कहा गया है कि यहां 2018 में विकास दर 6.6 फीसदी और 2019 में और अधिक गिरावट के साथ 6.3 फीसदी रहने का अनुमान है. इसके लिए ट्रेड वॉर को भी जिम्मेदार बताया गया है.
आईएमएफ का अनुमान
यूएन से पहले आईएमएफ ने कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर साल 2019 में 7.5 प्रतिशत और 2020 में 7.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है. आईएमएफ ने कहा था कि इन दो साल के दौरान चीन की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर एक फीसदी अधिक रहेगी. 2019 और 2020 में चीन की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है.