लखनऊ। बीजेपी विधायक साधना सिंह द्वारा बीएसपी प्रमुख मायावती के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी का मामला गर्माता जा रहा है. सपा और बसपा ने इसके खिलाफ सड़क पर उतरकर विरोध करने की तैयारी कर ली है. कई जगह विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. अब इस मामले में बीएसपी के पूर्व विधायक और सपा नेता विजय यादव साधना सिंह पर निशाना साधते साधते खुद सीमा रेखा लांघ गए. अब उनके इस बयान पर बवाल मचना तय है.
विजय यादव ने कहा, साधना सिंह को इस मामले में बहनजी से माफी मांगनी चाहिए. उन्हें उनके अलावा देश की महिलाओं से भी माफी मांगनी चाहिए. ऐसा नहीं हुआ तो हम विरोध करेंगे. ऐसा नहीं हुआ तो हम अपने सहयोगियों से पैसा इकट्ठा करेंगे और जो भी मेरे पास साधना सिंह का सिर लाएगा, उसे मैं 50 लाख रुपए दूंगा.
खेद जता चुकी हैं साधना सिंह
उत्तर प्रदेश के मुगलसराय से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की महिला विधायक साधना सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में खेद जताया है. अपने बयान में विधायक ने कहा है कि मेरा मकसद किसी का अपमान करना नहीं था.
बीजेवी विधायक ने अपने लेटर हेड पर बयान जारी कर लिखा, ”विगत में मेरे द्वारा दिए गए भाषण के दौरान मेरी मंशा किसी को अपमानित करने की नहीं थी, बल्कि मेरी मंशा सिर्फ और सिर्फ यही थी कि 2 जून 1995 को गेस्ट हाउस कांड में भाजपा ने जो मायावती जी की मदद की थी उसे सिर्फ याद दिलाना था न कि उनका अपमान करना था. यदि मेरे शब्दों से किसी को कष्ट हुआ है तो मैं खेद प्रकट करती हूं.”
बसपा सुप्रीमो पर की थी अभद्र टिप्पणी
मुगलसराय क्षेत्र से भाजपा विधायक साधना सिंह ने चंदौली जिले के करणपुरा गांव में शनिवार को आयोजित किसान कुंभ कार्यक्रम में मायावती का जिक्र करते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि ऐसी महिला मायावती का हम इस कार्यक्रम के माध्यम से तिरस्कार करते हैं.” आप देखें भाषण का वीडियो..
#WATCH:BJP MLA Sadhna Singh says about BSP chief Mayawati, “jis din mahila ka blouse, petticoat, saari phat jaaye, wo mahila na satta ke liye aage aati hai. Usko pure desh ki mahila kalankit maanti hai.Wo to kinnar se bhi jyada badtar hai, kyunki wo to na nar hai, na mahila hai.” pic.twitter.com/w3Cdizd8eR
— ANI UP (@ANINewsUP) January 19, 2019
बसपा ने की बयान की आलोचना
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने भी कहा कि भाजपा विधायक ने बसपा मुखिया मायावती के लिए जिस तरह के शब्द इस्तेमाल किए हैं वह भाजपा के स्तर को दिखाते हैं. सपा-बसपा के गठबंधन की घोषणा के बाद से ही भाजपा नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. ‘‘उन्हें आगरा और बरेली के अस्पतालों में भर्ती कराने की जरूरत है.’’