टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया दौरे में पहले टेस्ट सीरीज और फिर वनडे सीरीज में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद काफी उत्साह के साथ न्यूजीलैंड दौरे की तैयारी कर रही है. टीम इंडिया को न्यूजीलैंड में 23 जनवरी से पांच मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है. टीम इंडिया के लिए न्यूजीलैंड का यह दौरा आसान नहीं होने वाला है. कम से कम इतना तो तय है कि टीम इंडिया को न्यूजीलैंड में ऑस्ट्रेलिया से कहीं ज्यादा और कड़ी चुनौती मिलेगी.
टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत के काफी समय पहले से ही यह कहा जाने लगा था कि मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत से काफी कमजोर है. सभी का ध्यान इसी बात पर था कि टीम के दो दिग्गज खिलाड़ी स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर के बिना कितनी कमजोर हो जाएगी. बॉल टेमपरिंग विवाद के कारण स्मिथ और वार्नर एक साल का प्रतिबंध झेल रहे हैं जिसकी वजह से वे भारत के खिलाफ नहीं खेल सके. दिग्गजों की यह आशंका काफी हद तक सही भी साबित हुई और टीम इंडिया ने कड़ी टक्कर मिलने के बाद भी ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में हराया और उसके बाद वनडे सीरीज अपने नाम करने में उसे ज्यादा दिक्क्त नहीं हुई.
न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया की तरह कमजोर नहीं
न्यूजीलैंड के मामले में लेकिन हालात काफी अलग हैं. न्यूजीलैंड की टीम इन समय, खासकर अपने घर में बहुत तगड़ी टीम है. टीम ने पिछले साल 13 में से आठ वनडे मैच जीते हैं जबकि केवल 4 में उसे हार मिली है. न्यूजीलैंड के साथ बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में से किसी में कोई समस्या नहीं हैं. गेंदबाजों के साथ ही कप्तान केन विलियमसन बेहतरीन फॉर्म में हैं. विलियमसन के अलावा मार्टिन गप्टिल, रॉस टेलर, कॉलिन मुनरो, कॉलिन ग्रैंडहोम, हेनरी निकोल्स जैसे बल्लेबाज टीम इंडिया के गेंदबाजों के लिए परेशानी बन सकते हैं.
टीम इंडिया को न्यूजीलैंड में उस तरह की कमजोरी तो कतई देखने को नहीं मिलेगी जो उसे ऑस्ट्रेलिया की टीम में मिली थी. न्यूजीलैंड ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ तीन वनडे की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था, जिसमें उसने तीनों मैचों में 300 से ज्यादा रन बनाए थे. वहीं न्यूजीलैंड की गेंदबाजी भी काफी बेहतर है.
न्यूजीलैंड की कंडीशन्स ऑस्ट्रेलिया से कठिन
टीम इंडिया का विदेशी पिचों खासकर सेना (SENA) दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में अच्छा नहीं रहा है. इन चारों जगह टीम इंडिया की बल्लेबाजी को वहां की तेज पिचों पर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता. वैसे तौ टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया से ही सीधे न्यूजीलैंड जा रही है, पर उसे वहां हालात कुछ ज्यादा ही चुनौतीपूर्ण मिलेंगे. न्यूजीलैंड के पिचों में ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले तेजी जरा ज्यादा होती है. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले न्यूजीलैंड के मैदान काफी छोटे होते हैं. इसके बावजूद यहां छक्के लगाना आसान नहीं होता. वहीं छोटे मैदान में कैच होने की गुंजाइश ज्यादा होती है.
हालातों में जल्दी ढलना होगा टीम इंडिया को
टीम इंडिया को खास तौर पर उसके बल्लेबाजों को न्यूजीलैंड के हालातों में जल्दी ढालना होगा. हालांकि यह नामुमकिन तो नहीं है, लेकिन टीम इंडिया के बल्लेबाजों पर पहले ही मैच से अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा. शिखर धवन अपनी लय में नहीं हैं. रोहित नियमित नहीं हैं. विराट को जल्द ही ढल सकते हैं, लेकिन टीम इंडिया के मध्यक्रम की समस्याएं कम नहीं हुई हैं. धोनी की थोड़ी लय जरूर मिली है, लेकिन उन्हें तब अपना फॉर्म साबित करना होगा जब टीम पहले बल्लेबाजी करेगी.
भारत की वनडे टीम: विराट कोहली (कप्तान) रोहित शर्मा, शिखर धवन, अंबाती रायडू, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, शुभमन गिल, एमएस धोनी, विजय शंकर, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, खलील अहमद, मोहम्मद शमी.
न्यूजीलैंड की वनडे टीम: केन विलियम्सन (कप्तान), ट्रेंट बोल्ट, डग ब्रेसवेल, रॉस टेलर, कॉलिन डि ग्रैंडहोम, लॉकी फर्ग्युसन, मार्टिन गप्टिल, मैट हेनरी, टॉम लाथम, कॉलिन मुनरो, हेनरी निकोल्स, मिचेल सैंटनर, ईश सोढ़ी, टिम साउदी.