पटना। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करेगी. जेडीयू के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री आवास में रविवार को जेडीयू के वरिष्ठ पदाधिकारियों की हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया.
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पार्टी के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने बताया, ‘समाजवादी आंदोलन की विरासत के सवाल हैं, चाहे धारा 377 हो, यूनिफार्म सिविल कोड हो या फिर रामजन्म भूमि विवाद, पार्टी अपने पुराने स्टैंड पर कायम है.’ साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जेडीयू राज्यसभा में असम नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करेगी.
उन्होंने कहा कि लोकसभा में जिस प्रकार कांग्रेस ने इस विधेयक को लेकर सदन से वाकआउट किया था, वह भी अप्रत्यक्ष रूप से इस विधेयक का समर्थन ही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस मामले में स्पष्ट रुख रखना चाहिए.
जेडीयू नेता ने आगे कहा, ‘इसी महीने जेडीयू का एक प्रतिनिधिमंडल असम जाएगा और वहां के जो लोग संघर्ष कर रहे हैं उनसे मिलेगा.’ त्यागी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक फरवरी में हेागी, जिसमें लोकसभा चुनाव से संबंधित सारे फैसले लिए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि लेाकसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए तीन वरिष्ठ नेताओं, जिनमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, मंत्री ललन सिंह और विजेंद्र यादव शामिल हैं, को उम्मीदवारों के चयन के संबंध में फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया है.