रवि शास्त्री ने सचिन तेंदुलकर को कई बार नाराज होते देखा है लेकिन महेंद्र सिंह धोनी को नहीं और भारत मुख्य कोच ने कहा कि ऐसा खिलाड़ी 40 साल में एक बार आता है और उसकी जगह लेना किसी के लिये मुमकिन नहीं है. 37 बरस के धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में 96 गेंद में 51 रन बनाए जबकि अगले दो वनडे में 55 और 87 रन की पारियां खेली.
शास्त्री ने डेली टेलीग्राफ से कहा, “वह लीजैंड है. वह हमारे महान क्रिकेटरों में से एक है. मैने किसी इंसान को इतना शांत नहीं देखा. मैने कई बार सचिन को नाराज होते देखा है लेकिन इसे नहीं.” उन्होंने कहा कि धोनी की जगह कोई नहीं ले सकता. उन्होंने कहा, “ऐसे खिलाड़ी 30 या 40 साल में एक बार आते हैं. मैं भारतीयों से यही कहता हूं. जब तक वह खेल रहा है, उसका मजा लो. वह संन्यास ले लेगा तो ऐसा खालीपन पैदा होगा जिसे भरना मुश्किल होगा.” उन्होंने उम्मीद जताई कि ऋषभ पंत अपेक्षाओं पर खरे उतर सकेंगे लेकिन यह भी कहा कि धोनी की बात ही अलग है.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान ने पूछा कि क्या पंत अगले 20 साल में धोनी बन सकते हैं, शास्त्री ने कहा, “मैं चाहूंगा. उसके पास प्रतिभा है. एमएस उसका हीरो है. वह रोज उसे फोन करता है. टेस्ट सीरीज के दौरान भी उसने एम एस से बात की होगी.” अंतर्मुखी धोनी ने 2011 के बाद से किसी को इंटरव्यू नहीं दिया है. शास्त्री ने कहा, “वह जीरो पर आउट हो जाए, शतक बनाए, विश्वकप जीते या पहले दौर में बाहर हो जाए, वह बदलता नहीं है. उसकी भाव भंगिमा एक सी रहती है और मैं इस पर हैरान हो जाता हूं. उसने 2011 के बाद से कोई इंटरव्यू नहीं दिया है.”