नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में लोकपाल से जुड़े एक मामले में दिलचस्प संवाद हुआ. सुनवाई के दौरान CJI रंजन गोगोई ने एक टिप्पणी करते हुए वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण से कहा कि उन्हें चीजों को सकारात्मक रूप से देखना शुरू करना चाहिए, दुनिया खुबसूरत लगेगी.
CJI ने यह टिप्पणी तब कि जब प्रशांत भूषण ने लोकपाल सलेक्ट समिति के कामकाज में पारदर्शिता को लेकर सवाल उठाया. दरअसल प्रशांत भूषण ने पूछा था कि सर्च कमेटी काम कैसे करेगी.
इसके बाद प्रधान न्यायाधीश ने भूषण से पूछा कि इस पर संदेह के लिए आपके पास वजह क्या है? उन्होंने कहा कि मिस्टर भूषण, हर बात को नकारात्मक रूप से नहीं देखना चाहिए. चीजों को सकारात्मक रूप से देखना शुरू कीजिए, दुनिया खूसबूरत लगेगी.
इसके बाद प्रशांत भूषण ने कहा, परंतु हम नहीं जानते कि क्या हो रहा है? इस पर CJI- मिस्टर भूषण, आप सब कुछ जानते हैं. कम से कम जजों से तो ज्यादा ही जानते हैं.एडवोकेट प्रशांत भूषण गैर सरकारी संगठन कॉमन कॉज की तरफ से पेश हुए थे.
बता दें सुप्रीम कोर्ट ने लोकपाल पर खोजबीन समिति के लिए देश के पहले लोकपाल की नियुक्ति की खातिर नामों के पैनल की अनुशंसा करने की समय सीमा फरवरी के अंत तक निर्धारित की है. खोजबीन समिति के प्रमुख उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) रंजन प्रकाश देसाई हैं.
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने केंद्र को निर्देश दिया कि खोजबीन समिति को आवश्यक सुविधाएं और श्रम बल मुहैया कराया जाए ताकि वह अपना काम पूरा कर सके. पीठ में न्यायमूर्ति एल एन राव और न्यायमूर्ति एस के कौल भी शामिल थे. मामले की अगली सुनवाई सात मार्च को होगी.