नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद बीके हरिप्रसाद ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह की बीमारी को लेकर विवादित बयान दिया है. हरिप्रसाद ने कहा कि हमारे कुछ विधायक वापस लौट आए हैं. इससे अमित शाह डर गए और उनको बुखार हो गया. उनको कोई आम बुखार नहीं हुआ है. उनको स्वाइन फ्लू (Pig Fever) हुआ है. अगर वह कर्नाटक की सरकार को गिराने की कोशिश करेंगे तो वह यह जान जाएं कि उनको सिर्फ स्वाइन फ्लू नहीं बल्कि उल्टी और लूज मोशन भी होगा.
बीके हरिप्रसाद के बयान पर बीजेपी ने पलटवार करने में देरी नहीं की. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने हरिप्रसाद पर हमला करते हुए कहा कि जिस तरह का गंदा और बेहूदा बयान कांग्रेस के सांसद बीके हरिप्रसाद ने अमित शाह के स्वास्थ्य के लिए दिया है, यह कांग्रेस के स्तर को दर्शाता है. अमित शाह फ्लू का उपचार करा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के नेताओं की मानसिक बीमारी का उपचार मुश्किल है. वहीं राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि इस तरह के बयान कांग्रेस नेतृत्व की हताशा को दर्शाते हैं.
हरिप्रसाद के विवादित बयान के बाद कांग्रेस की ओर से प्रियंका चतुर्वेदी ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी की राय साफ बता दी है कि हमारे किसी भी विरोधी नेता की अच्छी सेहत की हम कामना करते हैं. मुझे नहीं लगता इसके बारे में पार्टी अध्यक्ष के बयान के बाद कोई सवाल रह जाता है.
बता दें कि केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली इलाज कराने के लिए अमेरिका गए हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर जेटली के जल्द स्वस्थ होने की कामना की. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि इस मुश्किल वक्त में मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी आपके व आपके परिवार के साथ है.
बता दें कि अमित शाह को स्वाइन फ्लू हुआ है और वह दिल्ली के एम्स में एडमिट हैं. स्वाइन फ्लू के कारण अमित शाह को अगले दो-तीन दिनों तक एडमिट रखा जा सकता है. शाह ने खुद ट्वीट कर अपने बीमार होने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मुझे स्वाइन फ्लू का संक्रमण हो गया है, जिसका उपचार चल रहा है. ईश्वर की अनुकंपा, आप सभी के प्यार और शुभकामनाओं से मैं जल्द ही स्वस्थ हो जाऊंगा.
हरिप्रसाद राज्यसभा के उपसभापति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार हरिवंश के खिलाफ कांग्रेस के उम्मीदवार थे. हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और हरिवंश को जीत मिली थी.
गौरतलब है कि मंगलवार को दो विधायकों ने कर्नाटक सरकार से समर्थन वापसी का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद राज्य सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे थे. जिन दो विधायकों ने समर्थन वापसी का ऐलान किया उनके नाम आर. शंकर और एच. नागेश हैं. आर. शंकर हावेरी जिले के रानेबन्नुर विधानसभा क्षेत्र के कर्नाटक प्रगनावंथा जनता पार्टी (केपीजेपी) के विधायक हैं तो एच. नागेश कोलार जिले के मुलबागल विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक हैं.
सूत्रों के मुताबिक मुंबई में कांग्रेस के चार विधायकों ने पार्टी को बताया कि वे आज शाम तक या कल वापस बेंगलुरु आ जाएंगे. बता दें कि खरीद-फरोख्त के डर से कांग्रेस ने अपने विधायकों को मुंबई के एक रिजॉर्ट में ‘सुरक्षित’ कर रखा है. हरिप्रसाद ने आगे कहा कि ‘ऑपरेशन कमल’ पूरी तरह से फेल रहा. राफेल मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए यह सब किया गया है. इसकी पूरी प्लानिंग मोदी और शाह ने की.