ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में 55 रन की शानदार पारी खेलने के बाद महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेटजगत पर फिर से छा गए हैं. पूर्व क्रिकेटरों, साथी क्रिकेटरों से लेकर आम प्रशंसकों उनकी तारीफ के कसीदे गढ़ रहे हैं. सुनील गावस्कार ने कहा कि लगातार रन नहीं बनाने के बावजूद धोनी की टीम में अहमियत का आकलन नहीं किया जा सकता. धोनी 2018 में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए थे. इस कारण क्रिकेटप्रेमियों का बड़ा वर्ग उनकी क्षमताओं पर सवाल उठाने लगा था.
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, ‘कृपया इस खिलाड़ी (एमएस धोनी) को छोड़ दीजिए. मैं प्रार्थना करता हूं कि इस भद्र खिलाड़ी को अकेला छोड़ दिया जाए और वह अच्छा करना जारी रखेगा. वह भी जवान नहीं हो रहा. इसलिए कम उम्र में जो निरंतरता रहती है, वो निश्चित रूप से नहीं होगी और आपको इसे सहना होगा.’
भारतीय क्रिकेट में इस समय दो बार के विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान का भविष्य सबसे ज्यादा चर्चित विषय है लेकिन गावस्कर को लगता है कि वे बेहतर के हकदार हैं. गावस्कर ने कहा, ‘इस थोड़ी सी अनिरंतरता को आपको सहना होगा. लेकिन वे टीम के लिए अब भी काफी अहम हैं. आप उनकी अहमियत का आकलन नहीं कर सकते.’
गावस्कर ने कहा, ‘वे लगातार गेंदबाजों को बताते रहते हैं कि वो विशेष गेंद फेंको, बल्लेबाज क्या करने की कोशिश कर रहा है. उसे महसूस हो जाता है कि बल्लेबाज क्या सोच रहा है. बल्लेबाज क्या करने की कोशिश कर रहा है. क्या वह किसी तरह का शॉट लगाने की कोशिश कर रहा है?’
गावस्कर ने कहा, ‘इस तरह की चीजों में धोनी गेंदबाजों की मदद करते हैं. वे फील्ड सजाने में भी विराट कोहली की मदद करते हैं. तभी विराट को अंतिम ओवरों में बाउंड्री के करीब फील्डिंग का मौका मिल पाता है. विराट तब डाइव करके रन बचाने की कोशिश करते हैं. वे डीप में शानदार कैच लेते हैं.’ गावस्कर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि विराट के लिए गेंदबाजों के साथ बात करना या स्क्वायर क्षेत्ररक्षकों के साथ सांमजस्य बिठाना संभव नहीं है. यहीं पर विराट को धोनी पर पूरा भरोसा होता है.’