प्रयागराज। प्रयागराज में मंगलवार को कुंभ का पहला शाही स्नान शुरू हो गया है. शाही स्नान में सबसे पहले विभिन्न अखाड़ों के साधु स्नान करते हैं. सूरज की पहली किरण के साथ सबसे पहले जूना अखाड़ा, अटल, महानिर्वाणी और आह्वान अखाडों ने शाही स्नान किया. कुंभ में ब्रह्म मूहर्त के साथ ही ढोल नगाड़ों के नागा साधुओं और संतों की टोली स्नान के लिए निकली. बता दें कि मंगलवार को शाम 4 बजे अखाड़ों का शाही स्नान जारी रहेगा. इसके साथ लाखों श्रद्धालु भी पतित पावनी मां गंगा और यमुना के संगम घाट पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं.
मकर संक्रांति के दिन दोपहर 1 बजे तक डेढ़ करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है. कुंभ मेला 2019 के पहले शाही स्नान नजारा कुछ इस तरह दिखा.
सुबह 6:15 बजे- महानिर्वाणी, अटल अखाड़ा
सुबह 7:05 बजे- निर्मला अखाड़ा
सुबह 8 बजे- जूना, आवाहन, श्रीपंच अग्नि अखाड़ा
सुबह 10:40 बजे- पंच निर्मोही अनि अखाड़ा
सुबह 11:20 बजे- दिगंबर अनि अखाड़ा
दोपहर 12:20 बजे- अनि अखाड़ा
दोपहर 1:15 बजे – नया उदासीन अखाड़ा
दोपहर 2:20 बजे- बड़ा उदासीन अखाड़ा
दोपहर 3:40 बजे – निरंजनी, आनंद अखाड़ा
माना जा रहा है कि पहले ही दिन संगम पर लाखों लोग डुबकी लगा सकते हैं. करीब 45 दिन तक चलने वाले इस कुंभ मेले में अनुमान है कि 15 करोड़ से ज्यादा लोग आएंगे. देश ही नहीं इस कुंभ में विदेश से भी लोगों के आने का अनुमान है. 15 जनवरी से शुरू हुए ये कुंभ 4 मार्च तक चलेगा.
कुंभ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है. यहां पर लोगों के लिए लग्जरी टैंट की भी व्यवस्था है. किंवदंतियों के मुताबिक, पहला ‘शाही स्नान’ स्वर्ग का दरवाजा खोलता है, जिसकी शुरुआत मंगलवार को सुबह 5.30 बजे होगी और शाम 4.30 बजे तक चलेगा. श्रद्धालुओं के लिए गंगा नदी के किनारे 3,200 एकड़ क्षेत्र में छोटा शहर बसाया गया है.
यहां टेंट का किराया 2,100 रुपये से लेकर 20,000 रुपये प्रति रात तक है. इसके अलावा बड़ी संख्या में यहां पहुंचने वाले अखाड़ों और संतों के लिए डोर्मेटरी और टेंट स्टॉल लगाए गए हैं. कुंभ प्रशासन ने एक बयान में कहा, “इस बार कुंभ मेला में स्वच्छता पर विशेष जोर दिया गया है. पिछले सालों में शौचालय नहीं होने के कारण लोग खुले में शौच करने पर मजबूर थे, लेकिन इस साल 1,20,000 शौचालयों का निर्माण किया गया है और सफाईकर्मियों की संख्या दोगुनी रहेगी, ताकि स्वच्छता बरकरार रहे। पिछले कुंभ मेला में केवल 34,000 शौचालय थे.”
कुम्भ में प्रमुख स्नान
पहला स्नान (शाही स्नान)
15 जनवरी 2019
मकर संक्रांति
दूसरा शाही स्नान
21 जनवरी 2019
पौष पूर्णिमा
तीसरा शाही स्नान
4 फरवरी 2019
मौनी अमावस्या
चौथा शाही स्नान
10 फरवरी 2019
बसंत पंचमी
पांचवां शाही स्नान
19 फरवरी 2019
माघ पूर्णिमा
छठा शाही स्नान
4 मार्च 2019
महाशिवरात्रि
कुंभ में तीन दिन पहले ही जान सकेंगे मौसम का सटीक मिजाज
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुरु हो रहे कुंभ मेले में मौसम के मिजाज से तीन दिन पहले ही अवगत कराने वाली अत्याधुनिक सेवाओं को सोमवार को शुरु किया. विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान और पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इन सेवाओं की शुरुआत करते हुये कहा कि कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ये सेवायें लाभप्रद साबित होंगे। उल्लेखनीय है कि कुंभ मेला 2019 का आयोजन प्रयागराज में जनवरी से मार्च के दौरान किया जा रहा है.
डा हर्षवर्धन ने बताया कि इसके तहत प्रयागराज में चार अलग-अलग स्थानों पर स्वचालित मौसम केन्द्रों (एडब्लयूएस) की स्थापना की गई है। इसके अलावा एक मोबाइल वैन (एडब्ल्यूएस) को भी शुरु किया गया है. उन्होंने कहा, “इन सेवाओं के माध्यम से स्थान विशेष के मौसम की जानकारी न केवल स्थानीय और राज्य प्रशासन के लिए पूरे आयोजन के कुशल प्रबंधन में काफी मददगार साबित होगी, बल्कि मौसम की नवीनतम जानकारी मिलने से श्रद्धालुओं को भी सुविधा होगी.”