इंदौर। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के विधायकों को कथित तौर पर खरीदे जाने के आरोप के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान से सियासत गरमा गई है. विजयवर्गीय ने कहा कि मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार पांच साल तक चलने वाली नहीं है. जिस दिन हमारी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने सिग्नल दे दिया तो उसके 15 दिन के अंदर सरकार को उल्टा कर देंगे. बीजेपी के दिग्गज नेता के बयान का एक वीडियो सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है.
कैलाश विजयवर्गीय ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ”यह सरकार पांच साल चलने वाली नहीं है. जिस दिन बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने बोल दिया कि करो खेल, तो कर देंगे. बहुत मामूली बात है. पर जनादेश मिला है तो इनको (कांग्रेस) को चलाने देते हैं. देखते हैं कि कितने दिल चलाते हैं.”
हमें सत्ता की आदत हो गई थी
पार्टी कार्यकर्ताओं से बीजेपी महासचिव ने कहा, ”देखिए, सत्ता में रहकर हमने सरकार चलाई. इसलिए कार्यकर्ताओं की आदत सत्ता की हो गई है. अब हमें अपनी धार पैनी करनी पड़ेगी, क्योंकि हथियार पड़ा-पड़ा कुंद हो गया है.” इस बात का स्पष्टीकरण देते हुए विजयवर्गीय ने कहा, ”प्रजातंत्र में आंदोलन नाम का हथियार होता है, लेकिन केंद्र और राज्य में अपनी सरकार रहने के दौरान उसकी धार मोटी हो गई है, तो इसलिए हथियार की धार बनाना है.”
स्पॉट पर फैसला करना है
बीजेपी नेता ने कहा, ”पहले कई बार सरकारी अफसर अपनी बात नहीं सुनते थे तो लगता था कि अपनी सरकार है…अपने नेताओं से शिकायत कर देंगे, लेकिन अब शिकायत नहीं करना…स्पॉट पर निर्णय करना है. इसके लिए संगठन को मजबूत बनाना होगा. हमको डरकर नहीं रहना है. सरकार आती-जाती रहती है. हम ज्यादातर विपक्ष में रहे हैं. हमने बहुत आंदोलन किए हैं. कई बार जेल में भी गए, तो अच्छा है, थोड़ा वह भी देख लेंगे. मुझे भी मध्य प्रदेश की जेल में गए हुए 15 साल हो गए. हालांकि, बंगाल की जेल में मैं हाल ही में जा चुका हूं.”
वहीं, इससे पहले कैलाश ने भाजपा के एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “यह सरकार (कमलनाथ सरकार) कैसी सरकार है? यह सरकार हमारी कृपा से चल रही है. जिस दिन ऊपर से बॉस का इशारा हो जायेगा ना…..” भाजपा महासचिव ने कहा, “हालिया विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के फैलाये भ्रम जाल के कारण प्रदेश में वोट थोड़ा इधर-उधर चला गया. लेकिन हमें निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है.”
विजयवर्गीय ने भाजपा कार्यकर्ताओं को ढांढ़स बंधाते हुए कहा, “प्रदेश हमारे हाथ से चला गया, कोई बात नहीं. प्रदेश कभी भी वापस हमारे पास आ जायेगा. जिस दिन दिल्ली वालों को केवल एक छींक आ जायेगी, उसी दिन प्रदेश में हमारी सरकार बन जायेगी.”
उल्लेखनीय है कि राज्य में 114 विधानसभा सीटें जीतने वाली कांग्रेस को दूसरे दलों के सहयोग से सत्ता मिली है. बहुमत के जादूई आंकड़ों से कांग्रेस के पास दो सीटें कम हैं. बसपा, सपा और निर्दलीय के समर्थन से कांग्रेस के साथ 121 सदस्य हो गए हैं. 230 विधानसभा सीटों वाले सदन में भाजपा के 109 सदस्य हैं.