Hardik Pandya and KL Rahul will not play: टीवी शो ‘कॉफी विद करण’ के दौरान महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी के लिए टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या और बल्लेबाज केएल राहुल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे से बाहर हो गए हैं. बीसीसीआई के COA के साथ ईमेल संवाद में यह जानकारी मिली है कि इन खिलाडियों पर कई कड़े एक्शन लिए जा सकते हैं. जैसे हार्दिक पंड्या और लोकेश राहुल के खिलाफ 15 दिनों तक के लिए जांच समिति बिठाई जा सकती है. इसके अनुसार पंड्या और राहुल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी वनडे सीरीज से ही बाहर हो सकते हैं. आपको बता दें कि हाल ही में टीवी शो ‘कॉफी विद करण’ में हार्दिक पंड्या अपने साथी खिलाड़ी केएल राहुल के साथ आए थे. शो के दौरान होस्ट करण जोहर ने दोनों खिलाड़ियों से उनकी निजी जिंदगी के बारे में सवाल किए थे. पंड्या ने इस दौरान अपनी निजी जिंदगी से जुड़े हुए कुछ सवालों का जवाब दिया.
हार्दिक पंड्या ने इस दौरान रिलेशनशिप, डेटिंग और महिलाओं से जुड़े सवालों के जवाब देकर फैंस को हैरान कर दिया. पंड्या ने बताया कि उनके परिवार वालों की सोच काफी खुली हुई है और जब उन्होंने पहली बार लड़की के साथ शारीरीक संबंध बनाए तो घर आकर कहा, आज करके आया है. पंड्या ने अपने पुराने समय को याद करते हुए यह भी बताया कि वह अपने माता-पिता को पार्टी में लेकर गए जहां हार्दिक ने बेटे से पूछा कि किस महिला को देख रहा है? उन्होंने एक के बाद एक सभी महिलाओं की तरफ उंगली दिखाकर बताया कि मैं सभी को देख रहा हूं.
पंड्या की महिला विरोधी बात को सुनने के बाद सोशल मीडिया ने उन्हें निशाने पर ले लिया था और उनके इस रवैये को बेहद ही शर्मनाक बताया था. वहीं सचिन तेंदुलकर से जुड़े कमेंट को लेकर सोशल मीडिया पर फैंस ने उन्हें जमकर लताड़ लगाई. पंड्या की टिप्पणी को महिला विरोधी और सेक्सिस्ट करार दिया गया और चारों ओर से इनकी आलोचनाएं होने लगीं जिससे COA को बुधवार को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए बाध्य होना पड़ा. प्रशासकों की समिति (COA) प्रमुख विनोद राय ने भारतीय खिलाड़ी हार्दिक पंड्या और लोकेश राहुल पर टीवी शो ‘कॉफी विद करण’ के दौरान महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी के लिए गुरूवार को दो वनडे मैचों के बैन की सिफारिश की थी.
प्रशासकों की समिति (COA) की सदस्य डायना इडुल्जी ने भारतीय खिलाड़ियों हार्दिक पंड्या और लोकेश राहुल के खिलाफ शुक्रवार को ‘आगे की कार्रवाई तक निलंबन’ की सिफारिश की है, क्योंकि बीसीसीआई की विधि टीम ने महिलाओं पर इनकी विवादास्पद टिप्पणी को आचार संहिता का उल्लंघन घोषित करने से इनकार कर दिया है. इडुल्जी ने शुरुआत में इन दोनों को दो मैचों के लिए निलंबित करने का सुझाव दिया था, लेकिन बाद में इस मामले को विधि विभाग के पास भेज दिया जबकि सीओए प्रमुख विनोद राय उनसे सहमत हो गए थे और निलंबन की सिफारिश कर दी थी.
कानूनी टीम से राय लेने के बाद इडुल्जी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘यह जरूरी है कि दुर्व्यवहार पर कार्रवाई का फैसला लिए जाने तक दोनों खिलाड़ियों को निलंबित रखा जाए जैसा कि (बीसीसीआई) सीईओ (राहुल जौहरी) के मामले में किया गया था जब यौन उत्पीड़न के मामले में उन्हें छुट्टी पर भेजा गया था.’