नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री क्रमश: शिवराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे सिंधिया और रमन सिंह को बीजेपी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से नवाजा से है. सत्ता गंवाने के बाद तीनों मुख्यमंत्रियों को पार्टी ने राज्य की राजनीति से हटाकर केंद्र में बुला लिया है. राजनीतिक जानकारों की मानें पार्टी का शीर्ष नेतृत्व लोकसभा चुनावों के मद्देनजर तीनों के अनुभव का लाभ उठाना चाहता है.
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक की पूर्व संध्या पर ये नियुक्तियां की. राष्ट्रीय परिषद की बैठक में लोकसभा चुनाव प्रचार का एजेंडा रहने की संभावना है. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अरुण सिंह ने एक ट्वीट कर कहा कि शाह ने तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को अपना उपाध्यक्ष नियुक्त किया है.
बता दें कि 13 साल तक मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के पद पर रहे शिवराज सिंह चौहान राज्य की सीहोर सीट से विधायक हैं. पार्टी ने अब उनको राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है. हालांकि, पूर्व सीएम ने प्रदेश की राजनीति करने की ही इच्छा जताई थी. बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने दिसंबर में ऐलान किया था कि वो केंद्र में नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा था, ”मैं मध्य प्रदेश में जीऊंगा और यही मरूंगा.” अब बीजेपी के इस फैसले को शिवराज की इच्छा के विपरीत बताया जा रहा है. गौरतलब है कि राज्य की 230 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 109 सीटें जीती हैं जबकि कांग्रेस ने 114 सीटें जीती हैं, जबकि उसे चार निर्दलियों, बसपा के दो और सपा के एक उम्मीदवार का समर्थन हासिल है. इस तरह कांग्रेस को 121 विधायकों का समर्थन हासिल है.
उधर, छत्तीगढ़ में 15 साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज रहे ‘चाउर वाले बाबा’ नाम से चर्चित डॉ. रमन सिंह को भी बीजेपी ने उपाध्यक्ष बनाया है. उनके साथ ही राजस्थान में सत्ता खोने के बाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के ठीक पहले उपाध्यक्ष जैसी अहम जिम्मेदारी देकर राजनीति में नए संकेत दिए हैं.
बीजेपी राष्ट्रीय परिषद की बैठक
बीजेपी ‘‘मिशन 2019’’ की शुरुआत 11-12 जनवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक से करेगी जहां देशभर के पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘जीत’ का मंत्र देंगे. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह राष्ट्रीय परिषद की बैठक का उद्घाटन करेंगे जबकि शनिवार को बैठक के समापन भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मिशन 2019’ के लिए पार्टी का मुख्य चुनावी नारा भी देंगे. यह अब तक की सबसे बड़ी राष्ट्रीय परिषद होगी, जिसमें देशभर से लगभग 12 हजार प्रमुख कार्यकर्ता जुटेंगे.