इजरायल में 60 साल से ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन का तीसरा डोज दिया जाएगा। अगले हफ्ते से यह प्रोसेस शुरू होगा। इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी है। इससे पहले प्रधानमंत्री नेफ्टाली बेनेट ने स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने बुजुर्गों को तीसरे डोज के प्रस्ताव का समर्थन किया।
हेल्थ एक्सपर्ट के एक सरकारी पैनल की सिफारिश पर यह फैसला लिया गया है। क्योंकि 60 साल से ऊपर के लोगों में गंभीर संक्रमण रोकने में वैक्सीन की इफेक्टिवनेस में कमी आई है।
3 महीने में वैक्सीन की इफेक्टिवनेस 16% घटी
एक्सपर्ट पैनल ने बुधवार रात मीटिंग दौरान वैक्सीन की इफेक्टिवनेस से जुड़े डेटा साझा किए थे। इनमें बताया गया कि 60 साल से ऊपर के जिन लोगों को जनवरी में वैक्सीन लगी थी, उन्हें गंभीर संक्रमण से बचाने में वैक्सीन की इफेक्टिवनेस अप्रैल में 97% थी। लेकिन जुलाई में यह घटकर 81% रह गई। यानी 3 महीने में इफेक्टिवनेस में 16% कमी आई है।
हालांकि, पैनल में शामिल सभी एक्सपर्ट एकराय नहीं थे, लेकिन ज्यादातर इस पक्ष में थे कि 60 साल से ऊपर के लोगों को बूस्टर डोज दिया जाए। इसके पीछे उनकी दलील थी कि पिछले कुछ हफ्तों में गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ी है। कुछ एक्सपर्ट का ये भी कहना था कि बूस्टर डोज 60 साल से ऊपर वालों की बजाय 65 साल से ऊपर वालों को दिया जाए।
इजरायली अखबार हारेट्स के मुताबिक कुछ एक्सपर्ट ने तीसरे डोज से जुड़े डेटा नहीं होने पर चिंता जताई, लेकिन यह बात मानी कि इस मामले में फैसला टालने की स्थिति खतरनाक हो सकती है।
गंभीर मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही
इजरायल में नए गंभीर मरीजों की संख्या पिछले दो दिन से लगातार बढ़ रही है। सोमवार को इनका आंकड़ा 20 था जो मंगलवार को बढ़कर 33 और बुधवार को 41 पहुंच गया। स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े अधिकारियों का अनुमान है कि अगस्त के आखिर तक गंभीर मरीजों का आंकड़ा 1,000 तक पहुंच जाएगा।