नई दिल्ली। राम मंदिर के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद के मौर्य के बयान पर सियासी गलियारों में हलचल शुरू हो गई है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर हमारे पास तीन विकल्प हैं. पहला इस मामले में कोर्ट का निर्णय जल्द आएगा. दूसरा हम इस मुद्दे को बातचीत से सुलझा लेंगे. इसके अलावा हमारे पास तीसरा विकल्प भी है. अगर जरूरत हुई तो हम संसद के अंदर कानून बनाकर मंदिर निर्माण कराएंगे. उनके इस बयान के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान आया है.
ओवैसी ने कहा, जब अयोध्या मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. ऐसे में उनके पास इस मामले में बोलने का कोई अधिकार नहीं है. उनका ये बयान बुरा ही नहीं बेकार भी है.
A responsible Deputy CM of a state govt makes such sort of atrocious & obnoxious statement, when the Ayodhya matter is pending in SC, he has no right to talk in this language: Assadudin Owaisi on UP Deputy CM KP Maurya’s ‘option of passing a law in Parliament is also open’ pic.twitter.com/PMXYkn2QoP
— ANI (@ANI) August 20, 2018
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, इस मामले में दो विकल्प हैं. दोनों समाप्त होने के बाद हम तीसरे विकल्प पर हम जाएंगे. अगर उसके पहले हम तीसरे विकल्प पहुंचते हैं तो कांग्रेस का विरोध करेगी, क्योंकि वह कोर्ट में भी हमारा विरोध कर रही है. कोंग्रेस बातें संसद में भी हमारा विरोध करेगी. हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द कोर्ट से फैसला हो जाए या आपसी सहमति से बात बन जाए. संख्या बल हमारे पास अभी कम है. राम मंदिर हमारी आस्था का विषय है यह कोई पॉलिटिकल स्टंट नहीं है. हमारे पास तीसरा विकल्प संसद से कानून बनाने का मौजूद है.
केशव प्रसाद मौर्य ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, हमें पूरा भरोसा है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला जल्द आएगा. राम मंदिर के निर्माण में जो भी बाधाएं हैं, वह पूरी तरह समाप्त होंगीं. या तो इस मामले में फैसला जल्द आ जाएगा या फिर हम बातचीत से मामला सुलझा लेंगे.