असम क्या ऑपरेशन लोट्स का नया केंद्र बन गया है? पहले महाराष्ट्र और अब झारखंड का गेम…

एकनाथ शिंदे, हेमंत बिस्वा सरमा, हेमंत सोरेन क्या असम इन दिनों ऑपरेशन लोट्स का केंद्र बन गया है? महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के खिलाफ सत्ता परिवर्तन की सफलता के बाद झारखंड में भी ऑपरेशन लोट्स की पटकथा लिखी जा रही थी. झारखंड के तीन कांग्रेसी विधायक को बंगाल पुलिस ने बड़ी रकम के साथ गिरफ्तार किया है. इसके बाद से असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा चर्चा के केंद्र में आ गए हैं क्योंकि कांग्रेस के एक अन्य विधायक ने आरोप लगाया कि पार्टी के तीनों विधायक गुवाहाटी जा रहे थे और जहां से झारखंड में बीजेपी की सरकार बनाने की कवायद की जानी थी.

झारखंड के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी को पश्चिम बंगाल पुलिस ने मोटी रकम के साथ गिरफ्तार किया है. बंगाल के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर एक एसयूवी से तीनों विधायकों को पुलिस ने पकड़ा. ऐसे में कांग्रेस के एक अन्य विधायक कुमार जयमंगल सिंह (अनूप सिंह) ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में जिन तीन कांग्रेस विधायकों से कैश बरामद हुआ, उन्होंने उनसे भी संपर्क किया था और उन्हें फोन करके कोलकाता आने को कहा था.

‘जितने भी विधायक टूटकर आएंगे, उन सभी को मंत्री बनाया जाएगा’

जयमंगल सिंह ने आरोप लगाया कि तीनों विधायकों ने उनसे यह भी कहा कि वहां से सब लोग गुवाहाटी में असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से मिलने जाएंगे, जहां से बीजेपी की सरकार बनाने पर प्लानिंग थी. जयमंगल ने पत्र में आरोप लगाया है कि उन्हें आश्वासन दिया गया कि जितने भी विधायक टूटकर आएंगे, उन सभी को मंत्री बनाया जाएगा और हर विधायक को दस करोड़ रुपये भी मिलेंगे. ये नई सरकार झारखंड की मौजूदा हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के बाद बीजेपी की मदद से बनाई जाएगी.

कांग्रेस विधायक ने कहा कि उन तीनों ने उनसे कहा कि असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा को दिल्ली के कुछ बड़े नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त, जिस वजह से मौजूदा झारखंड सरकार को गिराया जाना है. जयमंगल सिंह ने कहा कि वो भ्रष्टाचार के इस दलदल में नहीं फंसना चाहते हैं. इसलिए सरकार को डीसी के जरिए सूचित कर रहे हैं ताकि ऐसा करप्शन करने वालों पर कार्रवाई की जा सके.

ऑपरेशन लोट्स का नया ठिकाना क्या वाकई असम बन रहा है और झारखंड में हो रहे सियासी खेल के पीछे सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की कोई भूमिका थी. कांग्रेस ने बीजेपी पर झारखंड में उसकी गठबंधन सरकार को अस्थिर करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी झारखंड में वही करना चाहती है, जो उसने महाराष्ट्र में किया था.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा था कि झारखंड में बीजेपी का ‘ऑपरेशन लोटस’ पश्चिम बंगाल में बेनकाब हो गया. दिल्ली में ‘हम दो’ का गेम प्लान झारखंड में वही करने का है जो उन्होंने महाराष्ट्र में एकनाथ-देवेंद्र (E-D) की जोड़ी से करवाया.’ कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने भी कहा था कि ‘सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में एक राज्य के मुख्यमंत्री खुद विधायकों से सीधा संपर्क कर रहे हैं. केंद्र के मंत्री उन्हें आतंकित और धमकाने का प्रयास कर रहे हैं. महाराष्ट्र की तरह झारखंड में भी सत्ता परिवर्तन करने की कोशिश की जा रही.

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार गिरने से पहले, अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के बागी विधायक गुवाहाटी के एक होटल में ठहरे थे, जो कथित तौर पर हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली असम सरकार का संरक्षण मिला हुआ था. जिस दिन महाराष्ट्र के विधायक गोवाहटी पहुंचे थे, उस दिन सरमा खुद लग्जरी होटल गए थे, जबकि राज्य के वरिष्ठ मंत्री और पुलिस अधिकारी अपने प्रवास के दौरान नियमित रूप से होटल में देखे जाते थे.

शिवसेना के बागी विधायकों ने असम में की लग्जरी लाइफ इंजॉय

टीएमसी ने खरीद-फरोख्त की अफवाहों और झारखंड सरकार को संभावित गिराने का जिक्र किया. मुख्यमंत्री और तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने हाल ही में बीजेपी पर महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बाद झारखंड में सरकार बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. ममता बनर्जी ने इंडिया टुडे के एक कार्यक्रम में कहा था कि शिवसेना के बागी विधायकों ने असम के होटल में लग्जरी लाइफ इंजॉय की. बागी विधायकों को सिर्फ पैसों की सप्लाई नहीं की गई और भी कई चीजों की सप्लाई हुई.

बता दें कि महाराष्ट्र के शिवसेना विधायक गुजरात के जरिए असम के गुवाहाटी पहुंचे थे तो बीजेपी नेता उनके स्वागत करते नजर आए थे.मुंबई से 2800 किलो मीटर दूर गुवाहाटी में विधायकों के होने के चलते उद्धव ठाकरे उन्हें साधने में सफल नहीं रहे. वहीं, झारखंड मामले भी उसी तरह की सियासी बिसात बिछा रही थी, लेकिन कांग्रेसी विधायक कोलकता में पुलिस के हत्थे चढ़ने और पार्टी के एक अन्य विधायक के खुलासे से बीजेपी और असम की हिमंत बिस्वा सरमा पर गंभीर आरोप लगे हैं. इसी के चलते असम को ऑपरेशन लोट्स का नया केंद्र बताया जा रहा है?