उत्‍तराखंड की बेटी वंदना कटारिया ने रचा इतिहास, 125 साल में पहली बार ओलंपिक में किया ऐसा कारनामा

टोक्‍यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम ने करो या मरो के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से हरा दिया है । भारत की ओर से खेल रहीं वंदना कटारिया ने तीन और नेहा गोयल ने एक गोल दागा । वंदना कटारिया ऐसा कर पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई है, जिन्होंने ओलंपिक के किसी मैच में हैट्रिक जमाया हो । वंदना, उत्‍तराखंड मूल की हैं और उनकी इस समय जमकर चर्चा हो रही है ।

37 साल बाद लगी हैट्रिक
ओवरऑल ओलंपिक प्रदर्शन की बात करें तो 1984 के बाद किसी भारतीय ने पहली बार ओलंपिक में हैट्रिक लगाई है । इससे पहले आखिरी बार 1984 के ओलंपिक में पुरुष हॉकी खिलाड़ी विनीत शर्मा ने हैट्रिक लगाई थी । शर्मा ने तब मलेशिया के खिलाफ मुकाबले में यह उपलब्धि हासिल की थी । वह हॉकी मैच भारत ने 3-1 से जीता था। टोक्‍यों ओलंपिक में वंदना कटारिया की ये हैट्रिक भारतीय हॉकी की ओवरऑल  32वीं हैट्रिक है। 32 में से 7 हैट्रिक मेजर ध्यानचंद के नाम हैं।

 

 

वंदना कटारिया की हैट्रिक
इंडियन हॉकी टीम की स्ट्राइकर वंदना कटारिया की इस ऐतिहासिक हैट्रिक के दम पर भारत ने ‘करो या मरो’ के मुकाबले में निचली रैंकिंग वाली दक्षिण अफ्रीका टीम को 4-3 से हराकर टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखी हैं। कटारिया ने चौथे, 17वें और 49वें मिनट में गोल किया। वहीं नेहा गोयल ने 32वें मिनट में एक गोल दागा। भारत ने ग्रुप चरण में पहले तीन मैच हारने के बाद आखिरी दो मैचों में जीत दर्ज की।

अगला मैच जीतना ही होगा
इंडियन टीम के लिए अगला मैच भी करो या मरो वाला होगा, वहीं दुआ करनी होगी कि ब्रिटेन ग्रुप ए के आखिरी पूल मैच में आयरलैंड को हरा दे या फिर ये मैच ड्रॉ हो जाए । तभी भारतीय टीम को आगे मौका मिलेगा । हर पूल से शीर्ष चार टीमें नॉकआउट चरण खेलेंगी। भारत को कंपटीशन में बने रहने के लिए हर हाल में यह मैच जीतना था ।