15 सितंबर से भारत और दक्षिण अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच टी20 सीरीज का आगाज हो रहा है. इस सीरीज में टीम इंडिया का पलड़ा भारी तो बताया जा रहा है, लेकिन मेहमान टीम विराट सेना को चुनौती देने में पूरी तरह से सक्षम है. इस सीरीज की अहमियत टीम इंडिया के लिए बहुत ज्यादा है. यह अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप टूर्नामेंट के लिहाज से बहुत खास सीरीज है. इस की तैयारियों के मद्देनजर टीम इंडिया में कई युवा खिलाड़यों को शामिल किया गया है. लेकिन टीम में भुवनेश्वर कुमार का न होना फैंस को निराश कर रहा है जो कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछली टी20 सीरीज के हीरो रहे थे.
क्या कमाल किया था भुवी ने पिछली बार
विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया साल 2017 के आखिर में दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर रवाना हुई थी जिसमें टीम इंडिया को तीन टेस्ट, छह वनडे और तीन टी20 मैचों की सीरीज खेलनी थी. टेस्ट सीरीज में 1-2 से हार के बाद टीम इंडिया ने वनडे सीरीज 5-1 से जीतकर शानदार वापसी की थी. लेकिन टी20 सीरीज में पहला मैच हारने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने कड़ी टक्कर दी थी.
भुवी ने बनाए थे ये दो खास रिकॉर्ड
पहले मैच में ही भुवनेश्वर कुमार ने शानदार गेंदबाजी की थी और दक्षिण अफ्रीका के पांच विकेट झटक कर टीम इंडिया को 28 रन से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. इसके साथ ही भुवी पहले ऐसे भारतीय गेंदबाज बन गए जिसने तीनों प्रारूपो में पांच विकेट हासिल करने की. इसके अलावा भुवी टी20 में पांच विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय बन गए. उनसे पहल चहल ने यह उपलब्धि हासिल की थी. दूसरे टी 20 में दक्षिण अफ्रीका ने वापसी की और भारतीय स्पिनर्स की जम कर खबर ली खास तौर पर चहल ने 4 ओवर में 64 रन दिए. भुवी ने 3 ओवर में 19 रन दिए लेकिन वे मैच में सबसे किफायती भारतीय गेंदबाज रहे.
तीसरे मैच में भुवी ने दिलाई आखिरी ओवर में जीत
दूसरा मैच हारने के बाद टीम इंडिया पर सीरीज हारने का खतरा मंडराने लगा था. 173 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका ने शानदार खेल दिखाया कांटे की टक्कर दी. मेजबान टीम के जज्बे का आलम यह था डेथ ओवर स्पेशलिस्ट बुमराह की गेंदों पर पारी के 19वें ओवर में दक्षिण क्रिस्चियन जोंकर और फरहान बेहरनडिन ने 16 रन निकाल लिए. आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 18 रन की जररूत थी और गेंद भुवी के हाथ में थी. दूसरे टी20 के नतीजे को देखते हुए यह बिलकुल मुमकिन लक्ष्य था, लेकिन भुवी की चतुराई भरी गेंदबाजी ने टीम इंडिया को 7 रन जीत दिला दी.
भुवी और उनका कोई साथी नहीं इस बार टीम में
भुवी इस सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज रहे. लेकिन इस बार वे टीम इंडिया में शामिल ही नहीं किए हैं. इस बार टीम के पेस अटैक में खलील अहमद, दीपक चाहर, नवदीप सैनी और हार्दिक पांड्या को शामिल किया गया है. इस सीरीज में टीम इंडिया का परंपरागत बेस्ट अटैक भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और यहां तक कि जसप्रीत बुमराह भी नहीं हैं. बेशक टीम इंडिया के चयनकर्ताओं ने लंबी योजना के तहत टीम का चयन किया है और किसी को बाहर नहीं किया है, लेकिन फिर टीम इंडिया के फैंस भुवी को तो मिस करेंगे ही.