पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर अब्दुल कादिर (Abdul Qadir) का शुक्रवार को निधन हो गया. वे 63 साल के थे. उनकी मौत की खबर से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई. दिग्गज स्पिनर रहे कादिर अपने खेल के साथ-साथ मजाकिया स्वभाव के लिए भी लोकप्रिय थे. उनकी बॉलिंग स्टाइल भी अनूठी थी, जिसके कारण उन्हें डांसिंग स्पिनर भी कहा जाता था. लाहौर में जन्मे कादिर का इंटरनेशनल करियर 16 साल का रहा. उन्होंने 67 टेस्ट और 104 वनडे मैच खेले.
अब्दुल कादिर से जुड़े यूं तो अनेक किस्से हैं. इनमें से सबसे चर्चित उनके और इमरान खान (Imran Khan) के बीच का ‘मैच’ है, जो 1983 में विश्व कप से ठीक पहले खेला गया था. इसके अलावा 1989 में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने उन्हें लगातार तीन छक्के लगाए थे, जो भारतीय क्रिकेटप्रेमियों के जेहन में आज भी ताजा हैं.
जब इमरान को दिया चकमा
सबसे पहले इमरान और कादिर के किस्से की बात करते हैं. कादिर के मुताबिक, ‘मैं टेस्ट टीम में 5-6 साल से खेल रहा था. लेकिन मुझे वनडे टीम में नहीं खिलाते थे. मैंने एक दिन कप्तान इमरान खान से पूछा कि मुझे वनडे टीम में क्यों नहीं खिलाते. इस पर उसने कहा कि चल तू भी क्या बात कर रहा है. कोई वनडे में लेग स्पिनर को खिलाता है. इसके बाद मैंने उसे चैलेंज कर दिया. हम साथ प्रैक्टिस करते थे. मैंने कहा कि तुम्हारा-मेरा मैच हो जाए. अगर तुम मुझे छक्के-चौके मार दिए तो टीम में शामिल नहीं करना. अगर मैंने तुझे आउट कर दिया तो फिर मैं खेलूंगा.’ जब इमरान को दिया चकमा कादिर ने आगे बताया, ‘अगले दिन हम मैदान पर पहुंचे. उन दिनों मैंने गुगली सीखी हुई थी, जो तेजी से अंदर जाती थी. मैंने गेंद की और इमरान बोल्ड हो गया. वो विकेट ठीक करने लगा. थोड़ी देर में मैं उसके पास गया. मैंने पूछा कि क्या हो गया. इमरान ने कहा कि आज मेरा मूड ठीक नहीं है. पिच भी ठीक नहीं है….हम अगले दिन फिर मैदान पर पहुंचे. हमारा मैच फिर शुरू हुआ. मुझे पता था कि इमरान ऑनसाइड में कमजोर है. मैंने कुछ गेंदें लेग स्टंप पर डालने के बाद एक गुगली की और इमरान बोल्ड हो गया. इसके बाद मेरा वर्ल्ड कप टीम में सिलेक्शन हो गया. इमरान ने मुझे पहले ही मैच में खिलाया. मैंने न्यूजीलैंड के खिलाफ उस मैच में 4 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच रहा.
जब सचिन ने मारे 4 छक्के
यह 1989 की बात है. भारत और पाकिस्तान का मैच बारिश के कारण धुल गया. स्टेडियम फुल था. बारिश रुकी तो आयोजकों ने प्रदर्शनी मैच कराने का निर्णय लिया. अब्दुल कादिर के शब्दों में, ‘मैं जब बॉलिंग करने आया तो श्रीकांत और सचिन तेंदुलकर क्रीज पर थे. मैंने मेडन ओवर फेंका और श्रीकांत इस पर कोई रन नहीं बना सके. इसके बाद मैंने सचिन से कहा कि यह कोई वनडे मैच नहीं है और तुम मुझे अगले ओवर में छक्का मारने की कोशिश करो. इससे तुम्हारा भी नाम हो जाएगा. सचिन ने उस वक्त मुझसे कुछ नहीं कहा. लेकिन जब मैं अगला ओवर करने आया तो सचिन ही क्रीज पर थे. उन्होंने मुझे तीन छक्के मारे. सचिन ने इसी मैच में मुश्ताक अहमद को चार छक्के मारे.’ अब्दुल कादिर ने यह भी कहा, ‘ऐसा नहीं है कि प्रदर्शनी मैच होने के कारण मैं इसे हल्के में ले रहा था. मैं तो पूरी संजीदगी से बॉलिंग कर रहा था. मैंने सचिन को पूरी क्षमता से गेंदबाजी करते हुए आउट करने की कोशिश की थी. लेकिन यह उनकी क्षमता थी कि उन्होंने मेरे ओवर में तीन छक्के लगा दिए.’