आजमगढ़। बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए आजमगढ़ में वोट मांगा। इस दौरान मायावती ने कहा कि फूट डालो राज करो की नीति के तहत भाजपा ने निरहुआ को प्रत्याशी बनाया है। मुझे अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा है कि आप सभी अखिलेश यादव को यहां से जिताएंगे। प्रदेश में पांच चरणों के वोट पड चुके हैं। जिसकी अच्छी रिपोर्ट गठबंधन के पक्ष में मिल रही है। इस बार चुनाव में यहां हमारे लोग नमो नमो की छुटटी करेंगे।
समाजिक परिवर्तन के लिए किया गठबंधन
मायावती ने कहा कि कांशीराम ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करानी चाही, मगर कांग्रेस ने सहयोग नहीं किया। हमें इसके लिए धरना-प्रदर्शन करना पड़ा। 1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व में सरकार बनी थी। भाजपा भी शामिल थी, मगर बाहर से समर्थन दे रही थी। उस समय तीन सांसद पार्टी की ओर से थे। उस समय वीपी सिंह चाहते थे कि हम सरकार में शामिल हो जाएं, लेकिन हमारी शर्तें थीं। बाबा अंबेडकर ने देश का संविधान बनाया था। लिहाजा भारत रत्न की उपाधि मांगी थी। दूसरी मांग थी कि पिछडे़ वर्ग के लिए मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू हो तो हम समर्थन करने को तैयार हैं।
लेकिन, भाजपा ने आरक्षण विरोधी मोर्चा बनाकर इसका विरोध कराया और वीपी सिंह की सरकार गिरा दी। आज अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं जो बाबा साहेब की वजह से। बाबा आंबेडकर ने गरीबों मजदूरों के लिए संविधान में व्यवस्था की है। लेकिन, पूंजीवादी लोग तैयार नहीं है लेकिन समाजवादी पार्टी के साथ आने से काम आसान हो जाएगा। इसी सोच के साथ तीन दलों का गठबंधन हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात में अगड़ी जाति को ही पिछड़ी जाति में शामिल कर लिया है। सामाजिक महापरिवर्तन का गठबंधन किसी और राज्य में न बन जाए उससे भाजपा चिंतित है।
अखिलेश यादव ने पीएम-सीएम पर किया वार
अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि, गंगा मैया की कसम खाकर बनारस चुनाव लड़ने आए थे, हमें नही पता बनारस में कितनी साफ हुई गंगा मैया। पीएम सब मुद्दे भूल गए, आतंकवाद पर भाषण दे रहे हैं। हमारे बाबा मुख्यमंत्री भी आतंकवाद पर भाषण दे रहे हैं। पीएम हमारे बीच चाय वाला बनाकर आए, पांच साल में पता लग गया कैसी थी इनकी चाय, अब चौकीदार बन गए और चौकीदार के बारे में भी सब जान गए, बनारस के गंगा के किनारे रहने वाले भी सब जान गए।
योगी पर पलटवार करते हुए अखिलेश ने कहा कि आज अखबार में पढ़ा कि लखनऊ के सबसे अच्छे इलाके में एक सांड ने आठ लोगों को घायल कर दिया। बाबा मुख्यमंत्री से हम इतना कहेंगे- जो सड़कों पर जानवर हैं, उन्हें रोको। आतंकवाद अपने आप रुक जाएगा। बाबा मुख्यमंत्री हमें कहते हैं कि संविधान नहीं होता तो दूध बेचते गोबर उठाते, लेकिन संविधान नहीं होता तो आप अपने मठ में जाकर घण्टा बजा रहे होते।
फौजी ने मांगी थी अच्छी दाल, कर दिया बर्खास्त
अखिलेश ने कहा कि बनारस में एक फौजी से भाजपा वाले घबरा गए। फौजी ने केवल अपनी बात कही कि नही मिल रही है अच्छी दाल और रोटी। इस पर फौजी को बर्खास्त कर दिया। अब साजिश चल रही है कैसे उसको बदनाम करें। अब शराब वाली बात भी आ गयी कि, फौजी शराबी है। अखिलेश ने सभा में लोगो से पूछा कि, फौज से जुड़े लोग बताएं जब छुट्टी पर फौजी घर जाते हैं तो दो बोतल शराब ले जाते हैं या नहीं?